अवैध फार्मा कंपनी में रेड, 10 लाख की दवा जब्त

मानपुर (बिहार)। औषधि विभाग की टीम ने पुलिस के सहयोग से कुकरा गांव में अवैध रूप से आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली फैक्ट्री पर रेड की। किराए के मकान में वर्षों से बिना लाइसेंस के चल रही फैक्ट्री पर कार्रवाई के बाद गोदाम में छापेमारी की। दोनों स्थानों से करीब दस लाख रुपए के दो ट्रैक्टर चंदा आयुर्वेदिक फार्मेसी नामक दवा जब्त की गई। फैक्ट्री से उपकरण जब्त कर लिए गए। फैक्ट्री का संचालक जहानाबाद नगर थान क्षेत्र के बड़ी संगत मोहल्ले का सिकंदर कुमार भाग निकला। इस मामले में बुनियादगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
ड्रग इंस्पेक्टर अशोक कुमार यादव ने बताया कि बुनियादगंज थाना क्षेत्र के कुकरा गांव में दलजीत साह के मकान में अवैध रूप से आयुर्वेद दवा बनाने वाली फैक्ट्री में छापेमारी की गई। यहां से पांच लाख रुपए के एक ट्रैक्टर चंदा आयुर्वेदिक फार्मेसी नाम की गोलियां जब्त की गईं। हेडमानपुर जोड़ा मस्जिद के पास स्थित फैक्ट्री से मशीन आदि जब्त कर लिए गए। यहां से मजदूरों की निशानदेही पर टीम ने बुनियादगंज थाना क्षेत्र के सूर्यपोखरा में मीठू प्रजापति के घर में छापेमारी की। यहां धंधेबाज सिकंदर किराए के मकान में फैक्ट्री से दवा बनाकर स्टोर करता था। यहीं से बाहर माल सप्लाई करता था। छापेमारी में यहां से भी टीम ने करीब पांच लाख रुपए के एक ट्रैक्टर अवैध आयुर्वेदिक गोलियां बरामद की गईं। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि छापेमारी की भनक लगते ही धंधेबाज सिकंदर कुमार भाग निकला। उन्होंने बताया कि इस धंधे में मकान मालिक दलजीत सिंह की भी मिलीभगत की बात सामने आई। छापेमारी में आयुर्वेदिक औषधि निरीक्षक (पटना) श्री सत्यनारायण, ड्रग इंस्पेक्टर (शेरघाटी) योगेंद्र प्रसाद और बुनियादगंज थानाध्यक्ष विजेंद्र कुमार सहित जवान शामिल थे। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि फैक्ट्री से तीन अंग्रेजी दवा की गोलियां काफी संख्या में बरामद की गई है। इन तीनों अंग्रेजी दवाओं को मिलाकर चंदा आयुर्वेदी फार्मेसी दर्द निवारक गोलियां बनायी जाती थी। इस तरह की गोलियां से जान-माल को खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि सिकंदर इन गोलियों को गया जिले के बाहर सप्लाई करता है। जहानाबाद के बड़ी संगत का मूल निवासी सिकंदर कुमार (पिता-युगेश्वर साह) दो साल पहले भी अवैध आयुर्वेद दवा के साथ पकड़ा गया था। 26 दिसंबर 2016 को की गई छापेमारी में पांच लाख रुपए की दर्द निवारक चंदा आयुर्वेदिक दवा जब्त की गई थी। इस मामले की विष्णुपद और मुफस्सिल थाने में मुकदमा दर्ज है। इस मामले में सिकंदर छह माह जेल में रह चुका है।
Advertisement