नई दिल्ली। 10 मेडिसिन की कीमतों में अमेरिकी सरकार ने कटौती कर दी है। बताया गया है कि कीमतों में कटौती को लेकर फार्मा कंपनियों के साथ समझौता हुआ है। अमेरिकी सरकार के अनुसार इस कटौती का फायदा वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा। मेडिकेयर प्रोग्राम के तहत 65 साल से अधिक और कुछ खास मामलों में 65 साल से कम के अमेरिकी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाती है। मेडिकेयर चैनल के जरिए अमेरिकी दवाओं की कुल बिक्री का 18 फीसदी विक्रय होता है।

इतनी कम हुई दवा की कीमतें

जानकारी अनुसार आईआरए यानि इन्फ्लेशन रिडक्शन एक्ट के तहत जिन 10 दवाओं मे कटौती की गई है, उसमें से 9 के दाम आधे या उससे भी कम हो जाएंगे। फिलहाल इन भाव को लागू होने में वक्त लगेगा. सरकार को मार्च 2025 तक इस बात की जानकारी देनी होगी कि वो इन भाव तक कैसे पहुंचे।

भारतीय कंपनियों पर असर

दवा कीमतों में कटौती 10 पेटेंट हुई दवाओं पर है। फिलहाल इन 10 दवाओं का कोई जेनेरिक विकल्प नहीं है। भारतीय जेनेरिक कंपनियां इन दवाओं के जेनेरिक विकल्प तब पेश कर सकेंगी, जब दवाओं के पेटेंट खत्म होंगे। हालांकि अब दवाओं की कीमतों में तेज गिरावट के साथ भारतीय कंपनियों के लिए संभावित मार्केट साइज भी बदलेगा। इसके साथ ही जेनेरिक दवाओं के भाव तय करने के लिए भी आधार मूल्य भी काफी नीचे आएगा। इससे जेनेरिक के भाव और नीचे रखने होंगे।