उज्जैन। गर्भपात की दवाइयां अवैध रूप से बेचने पर मेडिकल एजेंसी को सील करने का मामला सामने आया है। मेडिकल एजेंसी सीलिंग की कार्रवाई कलेक्टर के आदेश के बाद जांच के लिए पहुंची टीम ने की है।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि बस स्टैंड नागदा स्थित धनोतिया मेडिकल एजेंसी द्वारा अनाधिकृत रूप से गर्भपात की दवाइयों की बिक्री की जा रही है। टीम ने मौके पर जासकरि जांच की और शिकायत सही पाई जाने पर मेडिकल एजेंसी को सील कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक शिकायत मिलने पर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशन और उप संचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन उज्जैन के मार्गदर्शन में धनोतिया मेडिकल एजेंसी नागदा की जांच की गई। ड्रग इंस्पेक्टर देशराज सिंह राजपूत एवं धर्मसिंह कुशवाह द्वारा उक्त मेडिकल एजेंसी का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया।

शिकायत के तथ्यों की पुष्टि की गई, जो कि सही पाए गए। जांच में यह पाया गया कि धनोतिया मेडिकल एजेंसी के संचालक गोविंद धनोतिया बिना डॉक्टर की पर्ची के गर्भपात की दवाइयों को बेचा जा रहा था।

झोलाछाप डॉक्टर्स को भी बेचते थे एलोपैथिक दवाइयां

जांच में पता चला कि दुकान संचालक होलसेल एजेंसी संचालित करता है तथा उनके द्वारा अनाधिकृत रूप से झोलाछाप डॉक्टर्स को भी एलोपैथिक दवाइयां बेची जाती थी। एजेंसी से चार दवाओं के सैंपल भी लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए राज्य औषधि प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया है।

फर्म की जांच में औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम-1940 एवं नियमावली-1945 के अन्य प्रावधानों का भी उल्लंघन पाया गया। इसके चलते उक्त मेडिकल एजेंसी को अग्रिम आदेश/निर्देश प्राप्त होने तक सीलबंद किया गया है।