रुडक़ी। नकली दवा बनाने वाले दो कारोबारियों की पुलिस ने करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की संपत्ति को सीज कर दिया है। पुलिस की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने दोनों आरोपियों की 4.50 करोड़ की संपत्ति जब्त के आदेश दिए थे। आरोपियों की सीज की गई संपत्ति में फैक्टरी, लग्जरी कार, मकान और खेती की जमीन शामिल है।

यह है मामला

एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि भगवानपुर थाना क्षेत्र में तीन साल पहले पुलिस ने नकली दवा मामले में विशाल निवासी अमरावती, महाराष्ट्र एवं हाल निवासी आनंद विहार कालोनी मक्खनपुर थाना भगवानपुर हरिद्वार व पंकज निवासी बहादरपुर खादर कोतवाली लक्सर को गिरफ्तार किया था। विशाल इसमें मुख्य आरोपी है।

जिलाधिकारी के आदेश पर संपत्ति अटैच

पुलिस ने 2022 में आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई भी की थी। मामले की जांच के दौरान पता चला कि दोनों आरोपियों ने नकली दावा का कारोबार करके फैक्टरी, लग्जरी गाड़ी, जमीन, रुडक़ी में मकान आदि खरीदे हंै। इस संपत्ति को चिह्नित करते हुए पुलिस ने जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी। रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने इस मामले के दोनों आरोपियों की ओर से बनाई गई 4.50 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर सीज करने के आदेश दिए थे।

नकली दवा

रिसीवर की नियुक्ति

एसएसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी विशाल ने नकली दवा का धंधा करके फैक्टरी एवं जमीन खरीदी है। उसके साथी पंकज ने नकली दवा से कमाए रुपयों से अपने पिता एवं रिश्तेदारों के नाम से खेती की जमीन, गाड़ी खरीदी हैं। इन सब संपत्ति को जब्त कर सीज कर दिया गया है। संपत्ति सीज करने के बाद रिसीवर की नियुक्ति कर दी गई है।