सूरत। नशीली दवा मेफेड्रोन बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने का मामला प्रकाश में आया है। गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते ने सूरत के पलसाणा में दबिश देकर फैक्ट्री से 51.4 करोड़ की दवाएं और कच्चा माल जब्त किया है।

एटीएस के अनुसार इस मामले में तीन आरोपियों सुनील यादव विजय गजेरा और हरेश कोराट को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि तीनों आरोपियों ने 20 हजार रुपये के मासिक किराए पर एक शेड किराए पर लिया था और अवैध रूप से नशीली दवा मेफेड्रोन बनाते थे।

एटीएस के उपमहानिरीक्षक सुनील जोशी ने बताया कि पुलिस को सूरत की एक बंद पड़ी इकाई में नशीली दवा एमडी ड्रग्स बनाने की सूचना मिली थी। यहां छापा मारकर 31 लीटर तरल पदार्थ, ड्रग्स बनाने के काम में आने वाले उपकरण व मशीन जब्त किए गए।

ड्रग्स बनाने वाली इकाई सील

पुलिस ने ड्रग्स बनाने वाली इकाई को सील कर दिया है। बता दें कि इससे पहले अप्रैल 2024 में एटीएस ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ मिलकर करीब 230 करोड़ रुपये का मेफेड्रोन बरामद किया था। साथ ही 13 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था।