पटना। नशीले इंजेक्शन का कारोबार करने के आरोप मेें पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है जानकारी अनुसार पटना के कंकड़बाग थाना पुलिस और राज स्वास्थ्य समिति और पटना पुलिस कंकड़बाग थाना की संयुक्त कार्रवाई के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
तीनों युवकों के कब्जे से नशे के इंजेक्शन की बड़ी मात्रा जब्त की गई है। इसमें 4000 पीस आफरीन और एविल इंजेक्शन 9000 जब्त किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए तीनों युवक खुद भी नशे के आदी बताए गए हैं। ये दूसरों के बीच भी नशा करने का यह इंजेक्शन लगाते हैं।
आरोपियों के नाम सागर कुमार, आदित्य कुमार और सियाराम है। ये तीनों लोग नशे के इंजेक्शन को पूरे शहर में जगह-जगह बेचने का काम करते थे। मोबाइल कॉल पर भी नशे के इंजेक्शन का सौदा लोगों के बीच किया जाता था और आर्डर के अनुसार पूरा किया जाता था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में और भी नाम पता चले हंै। जल्द ही और लोगों की गिरफ्तारी भी की जाएगी। नशे के सौदागर भीड़ भाड़ के इलाके और स्कूल-कॉलेज के इलाकों में इनसेट इंजेक्शन को बेचा करते थे।
बिहार ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट की भी नजर इस नशीली दवा के बिक्री को लेकर पहले से थी। ड्रग्स डिपार्टमेंट के अनुसार यह दवा ऑपरेशन के बाद लोगों को दर्द से आराम के लिए दी जाती है। आफरीन और एविल दवा एक साथ मिलाकर उपयोग करने पर यह नशे का काम करती है। यह दवाई नारकोटिक्स के तहत आती है जिस कारण यह दवा बाजार में सामान्य रूप से नहीं बेची जाती है।
ड्रग्स इंस्पेक्टर सच्चिदानंद के अनुसार गिरफ्तार युवकों ने बताया कि यह दवा का इंजेक्शन लेने से लोगों को किक मिलता है, इसलिए लोग इसके जल्दी ही आदी बन रहे हैं। सस्ता नशा होने के कारण यह लोगों को काफी पसंद भी आ रहा है।
बता दें कि पटना में यह नशीली दवा आफरीन और एविल दवा को एक साथ मिलकर तैयार किया जाता है। बाजार में इस दवा की कीमत 30 से 33 रुपये के करीब होती है। लेकिन, नशे का सौदा करने वाले इस दवा को लोगों की मांग के अनुसार 200 से 500 रुपये तक बेचते हैं।