सोलन (हप्र)। बद्दी की फार्मा कंपनी की एक यूनिट का नारकोटिक्स दवा के उत्पादन का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है। यह कार्रवाई राज्य ड्रग विभाग ने नशीली दवाओं के उत्पादन का भंडाफोड़ होने पर की है।
विभाग की ओर से जारी किए गए नोटिस का कंपनी ने कोई जबाव नहीं दिया था। इस कंपनी की दूसरी यूनिट को भी नोटिस जारी किया गया है। अगर उसका भी जबाव नहीं मिला तो दूसरी यूनिट का भी लाइसेंस कैंसिल किया जाएगा।
यह है मामला
राज्य दवा उप नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि कंपनी की पहली यूनिट में 8 महीने में 20 करोड़ से अधिक एल्पराजोलम गोलियों को निर्माण हुआ। उद्योग ने एक वर्ष में 6500 किलोग्राम नशीला ट्रामाडोल पाऊडर खरीदा, जिसकी विभाग को भनक तक नहीं लगी।
पंजाब पुलिस की दवा उद्योग में रेड के दौरान 725.5 किलोग्राम नशीले ट्रामाडोल पाऊडर (जिससे करीब 1.5 करोड़ कैप्सूल बन सकते हैं) के साथ 47.32 लाख नशीले कैप्सूल बरामद हुए थे। मनीष कपूर के अनुसार कंपनी की दूसरी यूनिट को भी नोटिस भेजा गया है।
पंजाब पुलिस ने की थी बद्दी फार्मा में छापेमारी
बता दें कि पंजाब के नारकोटिक्स सैल अमृतसर की टीम ने बद्दी के दवा उद्योग में दबिश के दौरान 725.5 किलोग्राम नशीले ट्रामाडोल पाऊडर के साथ 47.32 लाख नशीले कैप्सूल बरामद किए, जिसे टीम एक ट्रक में पंजाब में ले गई।
जांच में यह भी खुलासा हुआ था कि दवा उद्योग ने एक वर्ष में 6500 किलोग्राम नशीला ट्रामाडोल पाऊडर खरीदा था। इससे स्पष्ट है कि यहां नशीली दवाओं का उत्पादन बड़े स्तर पर हो रहा था।