करनाल। हरियाणा के कैथल नागरिक अस्पताल के डॉक्टर की मनमर्जी और शर्मनाक रवैये के खिलाफ एक्शन ले लिया गया है। वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने डॉक्टर को तुरंत सस्पेंड करने के आदेश दे दिए। मंत्री के आदेशों पर विभागीय डीजी ने डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया है। आज ऑर्डर सामान्य अस्पताल कैथल में पहुंच जाएंगे। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग की डीजी वीना सिंह ने ही दी है। डीजी वीना सिंह ने बताया कि अस्पताल से रिपोर्ट मंगवा ली गई है। जिसके आधार पर मारपीट करने वाले डॉक्टर को सस्पेंड किया गया है। आज अस्पताल में सस्पेंशन ऑर्डर पहुंच जाएगा।

गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले अपने बेटे का इलाज करवाने के लिए जिला नागरिक अस्पताल में पहुंचे व्यक्ति से डाक्टर द्वारा मारपीट किए जाने के मामले स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक को इस मामले में आरोपित डा. राकेश मित्तल को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डा.वीना सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस घटना को बड़ी संजीदगी से लिया है। विभाग एक डाक्टर द्वारा की गई ऐसी हरकत से आहत है और वे इसकी निंदा करती हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने डा. राकेश मित्तल के खिलाफ कार्रवाई के लिए आदेश दे दिए हैं।

बता दें कि 20 अगस्त को कैथल की रजनी कॉलोनी निवासी रोहताश कुमार का 8 वर्षीय बच्चा स्कूल की सीढिय़ों में गिरकर चोटिल हो गया था। वे बच्चे को लेकर उपचार के लिए सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे। इमरजेंसी में स्टाफ ने पट्टी कर दी थी, लेकिन खून बहता रहा। बच्चा बचपन से हीमोफीलिया बीमारी से पीडि़त है। अक्सर ये दिक्कत आती रहती है और ऐसी स्थिति में बच्चे को फैक्टर 8 का इंजेक्शन दिया जाना जरूरी है।

इसी इंजेक्शन को लगवाने के लिए वे इमरजेंसी में तैनात एनटी विशेषज्ञ डॉ.. राकेश मित्तल के पास पहुंचे। उन्होंने इंजेक्शन लगाने से इनकार कर दिया। जब उन्होंने ने डायल 112 पर फोन मिलाया तो उन्होंने फोन छीन लिया और धरती पर दे मारा। साथ ही बच्चे व उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और गालियां दीं। इस दौरान डाक्टर ने बच्चे को भी फेंक दिया। पर्ची को फेंककर मारा, इसके बाद उनको धक्का मारकर कैबिन से बाहर निकाल दिया। बाहर निकालने के बाद उन पर हाथ भी उठाया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। हालांकि बाद में एक दूसरे डाक्टर ने उनके बेटे का इलाज कर दिया था। रोहताश ने इस घटना की शिकायत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली को दी थी।

इसके तीन दिन बाद इस मारपीट का वीडियो भी सिविल अस्पताल से लीक हो गया था। जिसमें डा.राकेश मित्तल और रोहताश व उसके साथ गए एक युवक के बीच हाथापाई दिखाई दे रही है। डा. राकेश मित्तल ने भी इसकी शिकायत विभाग के आलाधिकारियों को दी थी। शिकायतकर्ता रोहताश कुमार का कहना है कि इस मामले में डाक्टर ने माफी मांग ली है। इसके बाद उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली है। इस मामले को वह अधिक और नहीं बढ़ाना चाहते। इस बारे में डा. राकेश मित्तल ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया है। इस मामले में सिविल सर्जन डा. जयंत आहूजा का कहना है कि उन्हें समझौते को लेकर कोई जानकारी नहीं है। इस मामले में अस्पताल के प्रधान चिकित्सा डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली द्वारा भी एक कमेटी का गठन किया गया था, जो अपनी जांच करके रिपोर्ट देगी।