मुजफ्फरपुर। बीसीजी का टीका लगने के बावजूद एक बच्चे की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। मृतक बच्चा कांटी पीएचसी के अंतर्गत बैरिया गोला मोतिहारी रोड का निवासी बताया गया है। बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही विभागीय स्तर पर जांच के लिए टीम गठित कर दी गई। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के नेतृत्व में तीन सदस्यी दल कांटी में जांच के लिए गया है। टीम मौत के कारणों का पता लगाने में जुटी है।

29 दिसंबर को लगे थे इंजेक्शन

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके पाण्डेय ने बताया कि विकास के पुत्र अंकित को बीते माह 29 दिसंबर को नियमित टीकाकरण अभियान के तहत तीन तरह का टीका लगाया गया था। इसमें पेंटा, रोटा वायरस व पोलियो की ड्रॉप दी गई थी। 29 दिसम्बर को सुबह 11 बजे उसने टीका लिया था। 30 दिसम्बर को उसकी मौत हो गई। एक जनवरी की शाम पीएचसी प्रभारी ने इसकी जानकारी दी। मृतक बच्चे का जन्म 10 नवम्बर 23 बताया गया है।

उनहोंने बताया कि इस दौरान पांच बच्चोंं को एक साथ टीका दिया गया। इसमें से चार बच्चे स्वस्थ्य हैं। उन्होंने बताया कि अभी मौत का कारण पता नहीं चला है। बच्चा पहले से बीमार हो सकता है या ठंड के कारण भी मौत हो जाने की आशंका है। टीम सभी कारणों को पता करेगी। उसके बाद ही मौत के कारण को बताया जाएगा।

बीते वर्ष छह बच्चों की टीकाकरण से मौत

बीसीजी

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 में छह बच्चों की मौत टीका लगने के बाद हुई। इनमें मीनापुर में एक, पारू में एक, सरैया में एक, कुढनी में दो तथा कांटी पीएचसी के अंतर्गत एक बच्चे की मौत हुई हैं। सभी के मौत के कारण के लिए टीम पड़ताल कर रही हैं।