सरदारपुर (मध्य प्रदेश)। मेडिकल स्टोर पर छापेमारी का मामला प्रकाश में आया है। जांच के दौरान बिना रजिस्टे्रशन संचालन किए जाने पर अस्पताल से भारी मात्रा में नशीली दवाएं जब्त की गई हैं। बताया गया है कि इस मेडिकल स्टोर को एक फर्जी डॉक्टर चला रहा था। यह कार्रवाई उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मेघा पंवार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सरदारपुर तहसील में की।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की शिकायत पर टांडा खेड़ा मेहगांव गांव में छापेमारी की। एसडीएम मेघा ने तहसीलदार मुकेश बामनिया और सीबीएमओ शीला मुजाल्दा को अवैध क्लीनिक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम को क्लीनिक पर जांच के दौरान बड़ी मात्रा में दवाइयां और इंजेक्शन मिले। संचालक इन दवाओं के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया। इसके चलते सभी दवाइयां और इंजेक्शन जब्त कर लिए गए।

पता चला कि इस मेडिकल स्टोर का संचालन एक झोलाछाप डॉक्टर कर रहा था। हालांकि, फर्जी डॉक्टर के खिलाफ अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। उधर, एसडीएम ने सीबीएमओ को उक्त झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं, लेकिन सीबीएमओ का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने पूरी कार्यवाही कर ली है। उन्होंने बताया कि सभी दस्तावेज एसडीएम को सौंप दिए जाएंगे और इसके बाद पुलिस में मामला दर्ज कराएंंगे। उपरोक्त बयानों को देखते हुए मामला संदेहास्पद लग रहा है।