अंबेडकर नगर। सील अस्पताल को खोलकर इलाज करने के दौरान महिला मरीज की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। प्रशासन ने अस्पताल संचालक के अलावा उसके भाई व पिता के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करा दिया है। मामले में अस्पताल संचालक के पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। संबंधित अस्पताल को अब नए सिरे से सील किया है और इस लापरवाही पर रामनगर सीएचसी प्रभारी को ट्रांसफर करने के निर्देश दिए गए हैं।

यह है मामला

आलापुर में नेशनल हॉस्पिटल को 18 जून को छापेमारी के दौरान सील कर दिया गया था। संचालक के खिलाफ थाने में केस भी दर्ज कराया गया था। हालांकि अस्पताल को सील करने में सिर्फ फर्ज अदायगी निभाई गई। एक कक्ष को ही सील करने के चलते अस्पताल संचालक ने अन्य कक्ष में फिर से अवैध ढंग से संचालन शुरू कर दिया। एक दिन पहले वहां इसौरी नसीरपुर निवासी पिंटू ने अपनी पत्नी रागिनी को प्रसव के लिए भर्ती कराया था। सामान्य ढंग से प्रसव के बाद महिला को घर भेज दिया गया। घर पहुंचते ही उसकी मौत हो गई।

डीएम ने लिया कड़ा एक्शन

सील अस्पताल में इलाज करने तथा महिला की मौत हो जाने पर डीएम अविनाश सिंह ने कड़ा एक्शन लिया। उन्होंने तत्काल अस्पताल संचालक की गिरफ्तारी का निर्देश दिया और एसओ आलापुर राकेश कुमार को उनकी लापरवाही के लिए काफी फटकार लगाई।

सील अस्पताल

इसके बाद आलापुर पुलिस ने संचालक के गांव मनवरपुर में छापा मारा। वहां संचालक गौरव सिंह तो नहीं मिला लेकिन संचालन में सहयोग करने वाले उसके पिता जीत बहादुर सिंह को हिरासत में ले लिया। बाद में रामनगर सीएचसी प्रभारी डॉ. आशीष राय की शिकायत पर संचालक गौरव सिंह, उसके भाई सौरभ सिंह, पिता जीत बहादुर सिंह व एक अज्ञात महिला के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।

दोबारा सील किया अस्पताल

अब नेशनल अस्पताल को दोबारा सील कर दिया गया है। एसडीएम सदानंद सरोज व सीओ रामबहादुर सिंह ने जहांगीरगंज व आलापुर एसओ के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लेकर नेशनल हॉस्पिटल को विधिवत सील किया। डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि सील अस्पताल में फिर से इलाज होना निश्चित रूप से लापरवाही का परिणाम है। सीएचसी प्रभारी को हटाने का भी निर्देश दिया है।