तेलंगाना। हृदय उत्तेजक दवा मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन का अवैध स्टॉक जब्त करने का मामला सामने आया है।
ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (डीसीए) ने हैदराबाद के कमिश्नर टास्क फोर्स और मार्केट पुलिस स्टेशन के कर्मचारियों के साथ एक संयुक्त अभियान चलाया। सिकंदराबाद के ताड़बंद में छापेमारी कर एमडी खासिम से अवैध रूप से स्टॉक की और बेची गई हृदय उत्तेजक दवा टर्मिन इंजेक्शन (मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन) जब्त की। बताया गया है कि यह दवा जिम जाने वालों को बॉडी बिल्डिंग में दुरुपयोग के लिए बेची जा रही थी। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने टर्मिन इंजेक्शन (मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन) के स्टॉक जब्त किए। इनकी कुल कीमत 3,000 रुपये है।

गौरतलब है कि मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन एक हृदय उत्तेजक है। इसका उपयोग मुख्य रूप से कम रक्तचाप (हाइपोटेंशन) को सामान्य करने के लिए किया जाता है। यह सर्जरी के दौरान रीढ़ की हड्डी की प्रक्रियाओं में एनेस्थीसिया देने से उत्पन्न हो सकता है। यह दवा नॉरएड्रेनालाइन के बढ़े हुए स्राव को प्रेरित करती है। इससे हृदय उत्पादन में वृद्धि होती है। हृदय की पंपिंग क्षमता को बढ़ाकर और रक्त वाहिकाओं को संकुचित करके, यह तेजी से रक्तचाप बढ़ाता है।
मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन हृदय उत्तेजक क्रिया के साथ बॉडी बिल्डरों में धीरज बढ़ाने के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है। कुछ जिम जिम जाने वालों को अवैध रूप से मेफेन्टरमाइन इंजेक्शन बेच रहे हैं। प्रतिस्पर्धी खेलों या बॉडीबिल्डिंग में शारीरिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए इसका दुरुपयोग करते हैं।

छापेमारी करने वाले अधिकारियों में ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारी बी गोविंद सिंह, ड्रग्स इंस्पेक्टर, सिकंदराबाद और जी. अनिल, मलकपेट शामिल रहे।