गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)। हॉस्पिटल में मोच का इलाज कराने आई एक युवती के साथ डॉक्टर ने अपने साथी के साथ मिलकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दे दिया। पीडि़ता का मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है।
यह है मामला
गोरखपुर स्थित ईशु हॉस्पिटल में मुर्दे का इलाज करने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। एम्स थाना क्षेत्र स्थित सोनबरसा बाजार की एक युवती अपनी मां के साथ पैर की मोच का इलाज कराने आई थी। यहां डॉक्टर ने अपने एक साथी के साथ मिलकर युवती के साथ गैंगरेप कर डाला। विरोध करने पर डॉक्टर ने युवती की मां को पैसों का लालच देकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की।
डॉक्टर ने साथी के साथ मिलकर किया गैंगरेप
पीडि़त युवती की मां ने पुलिस को शिकायत में बताया कि वह अपनी बेटी के पैर में लगी मोच का इलाज करवाने के लिए सोनबरसा बाजार स्थित कृष्णा मेडिकल नाम के क्लीनिक पर गई थी। क्लीनिक संचालक कृष्णानंद विश्वकर्मा ने इलाज के नाम पर सोनबरसा में ही क्लीनिक चलाने वाले नित्यानंद यादव को भी मौके पर बुला लिया।
ये दोनों लोग इलाज के नाम पर युवती का पैर छूते हुए प्राइवेट अंगों से छेड़छाड़ करने लगे। युवती ने विरोध किया, लेकिन दोनों ने उसका मुंह दबाकर जबरदस्ती सामूहिक दुष्कर्म कर डाला। युवती की मां को क्लीनिक के बाहर बैठा दिया गया था और अंदर नहीं आने दिया गया। युवती जब उनके चंगुल से छूटकर बाहर आई तो अपनी मां को आपबीती बताई।
चिकित्सकों ने दिया पैसों का लालच
पीडि़ता की मां ने वरदात को जानने के बाद हंगामा कर दिया। इस पर तथाकथित चिकित्सकों ने पैसों का लालच देकर उसे चुप कराने की कोशिश की। मां-बेटी ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस युवती को अपने साथ लेकर गई।
दुष्कर्म की पुष्टि, दोनों आरोपी गिरफ्तार
सोनबरसा चौकी प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि युवती का मेडिकल करवाया तो उसमें दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। मामले में एम्स थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज किया है। इस संबंध में एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि युवती के बयान व जांच रिपोर्ट के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया है। इलाज करने करने वाले आरोपी कृष्णानंद विश्वकर्मा और नित्यानंद यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।