अमेरिका एफडीए की आपत्ति से दबाव में सनफार्मा

नई दिल्ली: अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की आपत्ति से नामी दवा उत्पादन कंपनी सनफार्मा में हलचल मची है। पता चला है कि यूएसएफडीए ने कंपनी के हलोल प्लांट पर आपत्तियां जताई हैं जिसके के बाद सन फार्मा शेयर में बिकवाली देखने को मिली। यूएसएफडीए ने अपनी इस जांच को दिसंबर महीने की पहली तारीख में पूरा किया। जांच के बाद यूएसएफडीए ने कंपनी को हलोल प्लांट के लिए 14 पेजों का लंबा चौड़ा आपत्तियों भरा पत्र सौंपा है। सन फार्मा को यूएसएफडीए की इन आपत्तियों पर 15 दिन के भीतर जवाब देना है।
हाल ही में सनफार्मा ने अपने व्यापारिक ग्राफ को आगे बढ़ाते हुए रूसी फार्मा कंपनी जेएससी बायोसिंटेज को खरीदने की घोषणा की थी। सन फार्मा कंपनी ने 85.1 फीसदी हिस्सेदारी तय कर रूसी फार्मा के साथ समझौता सौदे पर दस्तखत किए। सौदा 6 करोड़ डॉलर (करीब 409 करोड़ रुपए) में तय हुआ है। सन फार्मा 85.1 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 2.4 करोड़ डॉलर (163.80 करोड़ रुपए) अदा करेगी।
सन फार्मा रूसी कंपनी का 3.6 करोड़ डॉलर (करीब 245.70 करोड़ रुपए) का कर्ज भी चुकाएगी। रूस में अभी जरूरी मंजूरियों पर मुहर लगना बाकी है लेकिन साल के अंत तक सौदा पूरा होने की उम्मीद है। सन फार्मा यह सौदा अपनी सब्सिडियरी कंपनी के जरिए पूरा करेगी। सन फार्मा के मुताबिक, उसे रूसी कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का फायदा मिलेगा। साथ ही वह रूसी बाजारों में और बेहतर तरीके से कदम बढ़ा सकेगी।
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