पीजीआई रोहतक के निलंबित निदेशक को बिना जांच किया बहाल

रोहतक। फार्मा कंपनी के खर्चे पर विदेश में सैर करने के दोषी पाए गए पीजीआई रोहतक के निदेशक पद पर तैनात डॉक्टर नित्यानंद को हरियाणा सरकार ने हाल ही में निलंबित कर दिया था, लेकिन बीते दिवस सरकार ने बगैर जांच के डॉक्टर साहब को फिर से बहाल कर दिया है। दरअसल, डॉक्टर पर फार्मा कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए जबरन मरीजों की जेब काटने का आरोप है। बताया गया था कि बदले में डॉक्टर साहब ने फार्मा कंपनी से कनाडा के वेनकुवर जाने की आने-जाने की टिकट मांगी और फार्मा कंपनी ने भी डॉक्टर साहब के विदेश दौरे का पूरा बंदोबस्त तुरंत कर दिया। इस पर संज्ञान लेते हुए
सरकार ने डॉक्टर नित्यानंद को निलंबित कर दिया। पहले तो डॉक्टर साहब खुद को बेकसूर बताते रहे और फिर पीजीआई के कुछ और डॉक्टरों पर फार्मा कंपनी से मिलीभगत के आरोप लगा दिए, लेकिन मामले में ट्विस्ट तब आया जब डॉक्टर साहब अपने निलंबन के खिलाफ हाईकोर्ट चले गए। याचिका में डॉक्टर साहब ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर भी गंभीर आरोप लगाए। फिलहाल हरियाणा सरकार ने डॉक्टर नित्यानंद की बहाली के आदेश दे दिए हैं और जांच पेंडिंग रखकर उन्हें सीनियर प्रोफेसर के पद पर बहाल कर दिया है।
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