सीआईए ने दबोचे 4 फर्जी फार्मासिस्ट

अम्बाला। बिना पढ़े ही पैसों के बलबूते उत्तरप्रदेश, अजमेर, ढाणे और नई दिल्ली जैसे शहरों से डिप्लोमा इन फार्मेसी की अंक तालिका प्राप्त करके महाराष्ट्र फार्मेसी काउंसिल से अपने नाम का रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र हासिल कर दवा व्यवसाइयों से उगाही करने के लक्ष्य से अपना नाम रिकॉर्ड में दर्ज करवा लेते हैं क्योंकि अक्ल तो अनुभवी की ही इस्तेमाल होनी होती है। ऐसे में उनके नाम का लाभ तो उन्हें घर बैठे ही मिलना चाहिए। पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य रामस्वरूप ने लोकसभा सांसद होते हुए 2 फरवरी 2007 में इस गड़बड़झाले का शिकायती पत्र लिखा था। इस पर कार्रवाई करते हुए सीआईए ठाणे ने 24 जनवरी 2019 को फर्जी फार्मासिस्टों को बेनकाब किया है। जिन 4 फार्मासिस्टों पर कार्रवाई की गई, उनमें अरविंद कुमार, बलवंत सिंह, राजु दशरथ यादव, बुधराम के नाम शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि निकट भविष्य में और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जा सकता है । उल्लेखनीय है कि इन चारों आरोपियों ने कुछ ऐसे नामों का भी खुलासा किया है जो महाराष्ट्र फार्मेसी कॉउंसिल के सदस्य बने हुए हैं। वे इस फर्जी काम में संलिप्त हैं। अब देखना ये है कि वे सदस्य पहले अपने पदों से इस्तीफा देते हैं या एफआईआर दर्ज हो जाने पर ही जागेंगे।
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