फ्लैट में अमानक तरीके से बनाया जा रहा था सीरप

आगरा। हाल ही में पकड़ी गई नकली दवा फैक्ट्री की जांच में कई हैरान कर देने वाली बातें पता चली हैं। यहां बनने वाली दवाइयां और सीरप सस्ते चाइनीज सॉल्ट से शर्बत की तरह तैयार किए जाते थे। इन्हें डॉक्टर और झोलाछाप के क्लीनिक पर मोटा कमीशन देकर सप्लाई किया जाता था। औषधि विभाग की टीम नकली दवा के रैकेट से जुड़े लोगों की पहचान में जुटी है।
गौरतलब है कि औषधि विभाग की टीम ने हाल ही में हरिबाबू के दीक्षा श्री बांके बिहारी धाम के फ्लैट नंबर 305 में रेड की थी। यहां टीम ने दवा बनाने की अवैध फैक्ट्री पकड़ी। औषधि निरीक्षक ब्रजेश यादव ने बताया कि फ्लैट से एक ड्रम में बना हुआ कैल्शियम, विटामिन डी का सीरप, एंटीबायोटिक का ड्राई सीरप, टेबल, टेबलेट के टुकड़े और सॉल्ट (दवा बनाने का केमिकल) जब्त किया था। पूछताछ में सामने आया है कि हरिबाबू दिल्ली से सस्ती दर पर चाइनीज सॉल्ट खरीद कर लाता था। इससे घर पर ही शर्बत की तरह से सॉल्ट में पानी और मीठे के लिए चीनी डालकर सीरप तैयार करता था। इसे बोतल में भरने के बाद पैक कर रेपर चस्पा कर दिए जाते थे। इसके बाद इसे डॉक्टर के क्लीनिक और झोलाछापों को सप्लाई किया जाता था। वे इन सीरप और दवाओं को एमआरपी से 80 से 90 फीसद कम रेट पर सप्लाई करते थे। जब्त किए गए अधिकांश सीरप और दवाइयां बच्चों के लिए तैयार किए गए थे। इसके पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। रैकेट से लोग चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी हरिबाबू के पास पांच साल से एसडीजी ड्रग फार्मास्यूटिकल के नाम से भगवती कॉम्प्लेक्स में होलसेल का लाइसेंस था। इसी लाइसेंस की आड़ में उसने दवाओं की मार्केटिंग शुरू कर दी थी। एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज का कहना है कि बच्चों को दी जाने वाली एंटीबायोटिक की गुणवत्ता खराब होने पर घातक हो सकता है, बच्चों की हालत बिगड़ती चली जाती है। सहायक औषधि आयुक्त शिव शरण सिंह ने बताया कि सालों से दवा का काला कारोबार चल रहा है, इसके पीछे एक रैकेट काम कर रहा है। नकली दवा फैक्ट्री चला रहे हरिबाबू ने औषधि निरीक्षक पर 35 लाख रुपये लेने के आरोप का ऑडियो भी दिया है, इस ऑडियो से दवा के काले कारोबार के दलाल पकड़े जाएंगे। सीडीओ रविंद्र कुमार मांदड़ फाइल की जांच कर रहे हैं। नकली दवाओं का बड़ा रैकेट पकड़ा गया है, इससे जुड़े लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
Advertisement