सेना की दवा बाजार में, निशाने पर दवा संगठन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष 

अंबाला। प्रतिस्पर्धा के चलते ग्राहक को अधिक डिस्काउंट देकर भी  मुनाफा कमाने के चक्कर में सरकारी सप्लाई की दवा बाजार में बेचे जाने का मामला सामने आया है। जानकारी अनुसार महाराष्ट्र निवासी एवं दवा व्यापारी संगठन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम के साथ जुडक़र सामने आ रहा है। सूत्रों के अनुसार एक वरिष्ठ दवा विक्रेता ने सीधे सीबीआई को शिकायत दर्ज करवाई कि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जहां ऑनलाइन फार्मेसी का कार्य करता है वहीं आर्मी सप्लाई की दवा को ओने-पोने दाम में खरीद कर ‘डिफेंस सप्लाई नॉट फॉर सेल’ की प्रिंटिंग मिटाकर कम दाम पर दवा उपलब्ध करवा अपनी दुकानदारी चमकाना चाहते हैं।
सीबीआई ने इस शिकायत के आधार पर रेड की तो खुले बाजार में बेचने के लिए रखा सरकारी सप्लाई व मोहर साफ किया स्टॉक मौके पर मिला। इसे सीबीआई की टीम ने रिकॉर्ड में सुरक्षित कर लिया। टीम ने बताया कि इस मामले की जल्द ही एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। लोगों का कहना है कि आरोपी व अधिकारियों में सेटिंग हो गई है जिसके चलते आरोपी को अभयदान मिल गया। दवा व्यापारियों का कहना है कि जब संगठन ऑनलाइन फार्मेसी का विरोध कर रहा है तो उन्हीं के वरिष्ठ पदाधिकारी ऑनलाइन फार्मेसी के माध्यम से फलने-फूलने की तरकीबें निकालते रहते हैं। इतना ही नहीं, दूसरों की ऑनलाइन फार्मेसी में भी 10 फीसदी की हिस्सेदारी सुनिशिचित कर लेते हैं।
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