बिमार बच्चों का हाल जानने आए विधायक को बनाया बंधक, एम्स डॉक्टर निलंबित 

भगवानपुर (वैशाली)। चमकी बुखार से प्रभावित भगवानपुर प्रखंड के हरिवंशपुर गांव में पहुंचे सांसद पशुपति कुमार पारस और लालगंज के विधायक राजकुमार साह को लोगों के जबर्दस्त आक्रोश का सामना करना पड़ा। विधायक को आधा घंटा तक बंधक बनाये रखा। सूचना पर पहुंचे सदर एसडीओ को भी लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा। आधे घंटे की मशक्कत के बाद एसडीओ ने विधायक को ग्रामीणों से मुक्त कराया। गांव से निकलते वक्त ग्रामीणों ने विधायक व उनके सुरक्षाकर्मियों को खदेड़ दिया। बता दें कि भगवानपुर प्रखंड के हरिवंशपुर गांव में चमकी बुखार से सात बच्चों की मौत हो चुकी है। दर्जनों बच्चे इस बीमारी से पीडि़त हैं। इससे ग्रामीणों में जबर्दस्त आक्रोश व्याप्त था। जैसे ही सांसद व विधायक गांव पहुंचे, तो उनका विरोध शुरू हो गया। ग्रामीणों ने विधायक को कार से निकलते ही जबर्दस्ती एक झोपड़ी में बैठा दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान विधायक व सांसद ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लगातार विधायक मुर्दाबाद की नारेबाजी करते रहे। गौरतलब है कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में चार जून से अब तक 17 बच्चों की चमकी बुखार से मौत हो चुकी है। उधर, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से पीडि़त बच्चों का इलाज करने आए एम्स पटना के डॉक्टर भीम सेन को स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव डॉ. कौशल किशोर ने लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है। अधीक्षक सुनील कुमार शाही ने कहा कि पत्र मिलने के बाद उन्होंने डॉ. भीम सेन को लेटर दे दिया। अपर सचिव ने रात्रि को पीआइसीयू-टू का निरीक्षण किया। इस दौरान डॉ. भीम सेन ड्यूटी के बावजूद पीआइसीयू में उपस्थित नहीं थे। इस पर अपर सचिव ने डॉ. भीम सेन को निलंबित करने का आदेश निकाल दिया। उधर, भीमसेन ने कहा कि उन्होंने इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती है। वो अपनी ड्यूटी करने के बाद खाना खाने के लिए चले गये थे। अगर सीसीटीवी फुटेज की जांच करें तो इसका खुलासा हो जाएगा।
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