फार्मासिस्ट मामले में स्वयं देखूंगा : स्वास्थ्य मंत्री

बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के बेनर तले राज्य भर में फार्मासिस्ट की समस्याओं को लेकर जिला स्तर पर डी एम/ डिस्टिक मजिस्ट्रेट / डिप्टी कमिश्नर एवं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को ज्ञापन देकर मांग की गई कि राज्य में करीब 40000 दवा की दुकानों के ड्रग लाइसेंस सरकार द्वारा जारी किए गए हैं इसके सामने मात्र 5000 फार्मासिस्ट राज्य में मौजूद हैं ।

राज्य औषधि प्रशासन के अधिकारी जब भी दवा की दुकानों पर आते हैं वह फार्मासिस्ट की अनिवार्यता को लेकर विभागीय कार्यवाही को अंजाम देते हैं जब की दवा की दुकानों पर फार्मासिस्ट का आज के दौर में कोई औचित्य नहीं रह जाता फार्मासिस्ट उसमें अति आवश्यक होते थे जब दवाओं का मिश्रण तैयार किया जाना था आज दवा एक निश्चित मात्रा में मिश्रित तैयार होकर आती है डॉक्टर मात्र उसका नाम ट्रेड नेम रोगी को सेवन करने हेतु बताता है ऐसे में पढ़े लिखे लोग दवा व्यवसाई में बरसों से अपना कार्य कर रहे हैं और कोई भी अब यह घटना सार्वजनिक नहीं हुई है अतः या तो राज्य सरकार फार्मासिस्ट ओं की उपलब्धता दुकानों के अनुपात में मुहैया करवाए अन्यथा जब तक फार्मासिस्ट ओं की समस्या समाधान नहीं होता तब तक मौजूदा दवा व्यापारियों को परेशान न किया जाए उपरोक्त जानकारी देते हुए बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं पूर्व राष्ट्रीय महासचिव पी के सिंह तथा बिहार केमिस्ट एसोसिएशन के राज्य महासचिव मुखिया जी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री को दिए गए ज्ञापन पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने संगठन को आश्वस्त किया कि वह इस मामले में स्वयं निगरानी रखेंगे तथा समस्या समाधान होने तक किसी भी दवा व्यवसाई को औषधि प्रशासन तक नहीं करेगा आज के जिला मुख्यालय पर ज्ञापन देने की कड़ी की अगली रणनीति 20 जुलाई से राज्य भर में होलसेल व्यापार में किसी भी स्तर पर दवाओं की खरीदी रोक देने वह 1 अगस्त से पूरे बिहार में दवा व्यापारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया गया है जिसे स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के पश्चात कुछ नरम रुख देखा जाएगा ।

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