फार्मा उद्योग में रेड का मामला गर्माया, ड्रग कंट्रोलर के ऑफिस में नारेबाजी

बद्दी(हप्र)। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में ड्रग विभाग के अधिकारी और पत्रकार द्वारा फार्मा उद्योग पर की गई रेड का मामला काफी गरमा गया है। इस सिलसिले में कंपनी प्रबंधकों व हिमाचल दवा निर्माता संघ के पदाधिकारियों ने स्टेट ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाहा के ऑफिस में जाकर जमकर नारेबाजी की व अस्सिटेंट ड्रग कंट्रोलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
उद्योगपति व हिमाचल दवा निर्माता संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि किसी विभाग के अधिकारी ने किसी उद्योग के ऊपर इस तरह की कार्रवाई की हो। इससे उद्योगपतियों में भय का माहौल बन गया है, वहीं ऐसे माहौल में उद्योगों का काम करना बहुत मुश्किल है। उन्होंने ज्ञापन में सरकार व ड्रग कंट्रोलर से मांग की है कि ऐसे अधिकारी को तुरंत प्रभाव से यहां ट्रांसफर किया जाए और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।
गौरतलब है कि 27 जून को अस्सिटेंट ड्रग कंट्रोलर निशांत सरीन और एक बेब पोर्टल के  पत्रकार सुरेंद्र राणा ने लोदीमाजरा के एक दवा उद्योग में रेड की थी। इसकी शिकायत दवा उद्यमी ने एसपी बद्दी, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य और स्टेट ड्रग विभाग को शिकायत सौंपकर कार्रवाई की मांग उठाई है।
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि एडीसी निशांत सरीन और पत्रकार सुरेंद्र राणा ने इसके उद्योग में आकर बदतमीजी करते हुए उसे धमकाना शुरू कर दिया और सारे स्टाफ के सामने उसके साथ गाली-गलौच किया। दोनों ने कहा कि उद्योग में रेड डाली गई है जिसकी जानकारी एसपी बद्दी को भी दी गर्ई है और जल्द ही पुलिस मौके पर पहुंच रही है। इस दौरान उद्यमी को स्टेट ड्रग अथॉरिटी के अधिकारी के खिलाफ कैमरे के सामने बोलने के लिए जमकर धमकाया और कहा कि अगर तुम उनके कहे के अनुसार नहीं बोलोगे तो तुम्हारी कंपनी के सैंपल भरे जाएंगे और ड्रग विभाग की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। शिकायत में उद्यमी ने कहा था कि एडीसी की मनमानी यहीं नहीं रूकी और उसने स्टेट ड्रग कंट्रोलर बिहार को एक पत्र जारी कर कंपनी के द्वारा भेजे गए माल को फ्रीज करवा दिया। उद्यमी का कहना है कि ड्रग विभाग के अधिकारी और पत्रकार ने षड्यंत्र रचकर उसके उद्योग का नाम बदनाम किया और उसका बाहरी राज्यों में भेजा गया कंसाईनमेंट रुकने से उसे लाखों का नुकसान हुआ। एचडीएमए के महासचिव मनीष ठाकुर ने एडीसी की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह से किसी उद्योग की विडियो ग्राफी करना गलत है। उन्होंने कहा कि अगर विभाग ऐसे ही उद्योगों को परेशान करता रहा तो उद्योग यहां से पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने सरकार से ऐसे अधिकारियों पर लगाम लगाने की मांग की है। इस बारे में स्टेट ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाहा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ड्रग विभाग ने शिकायत को निदेशक हेल्थ से टी एंड रेगूलेशन एंव अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग को प्रेषित कर दिया है।
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