बीपी व गैस्ट्रिक की दवा मिली खराब, खरीद पर लगाई रोक

शिमला। स्वास्थ्य विभाग ने दो दवाओं की गुणवत्ता ठीक न पाए जाने पर उन्हें खरीदने पर रोक लगा दी है। विभाग ने जिन दवाओं पर रोक लगाई है उनमें रेनिटीडीन 150 एमजी (बैच नंबर 18एच-टी1101) और टेल्मिसर्टन 40 एमजी (बैच नंबर 19सी-टी357) शामिल है। इनका उत्पादन सिरमौर जिले के कालाअंब की फर्म कर रही है। स्वास्थ्य निदेशालय ने इस संबंध में सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व चिकित्सक अधीक्षकों को निर्देश जारी कर दिए हैं। उक्त रक्तचाप और गैस्ट्रिक की दवाओं की गुणवत्ता सही नहीं पाई गई है। इसलिए इन बैच की दवाओं की सपलाई रोकने को कहा है। दवा को वापस फर्म को लौटाने के निर्देश जारी किए गए हैं। इन्हें बदलने का पूरा खर्च निजी दवा उत्पादक फर्म से वसूला जाएगा। रेनिटीडीन दवा पेट के एसिड के उत्पादन को कम करती है। इसका उपयोग आमतौर पर पेप्टिक अल्सर रोग यानी गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग और पेट के कीड़ों के लिए भी किया जाता है। टेल्मिसर्टन उच्च रक्तचाप, दिल की विफलता, मधुमेह और गुर्दे की बीमारी के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है। यह उच्च रक्तचाप के लिए एक उचित प्रारंभिक उपचार है।
डॉ. एके गुप्ता, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, ने बताया कि रेनिटीडीन और टेल्मिसर्टन दवा के एक बैच की गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई है। इसलिए इसकी आपूर्ति पर रोक लगाने के साथ इसका जो स्टाक सरकारी उपयोग के लिए मंगवाया गया है, उसे वापस करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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