फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रेशन के लिए लगाए फर्जी प्रमाणपत्र

लखनऊ। उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रेशन के लिए फर्जी प्रमाणपत्र देने का मामला सामने आया है। जमा करवाए गए दस्तावेज का सत्यापन काउंसिल ने जब कॉलेज से करवाया तो पता चला कि प्रमाणपत्र फर्जी है। इस संबंध में प्रमाणपत्र लगाने वाले के खिलाफ चौक कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है।
इंस्पेक्टर चौक विश्वजीत सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल के में डी फार्मा और बी फार्मा पास कर चुके अभ्यार्थियों का पंजीकरण होता है। काउंसिल के विशेष कार्याधिकारी ने चौक पुलिस से शिकायत की है कि मो़ सुमाबिर निवासी जोया अमरोहा ने निम्स कॉलेज ऑफ फार्मेसी निम्स यूनिवर्सिटी जयपुर की डी फार्मा के दस्तावेज लगाकर पंजीकरण के लिए आवेदन किया था। काउंसिल ने जब कॉलेज से दस्तावेजों का सत्यापन करवाया तो फर्जीवाड़ा सामने आया। पता चला कि अभ्यार्थी मो. सुमाबिर के डी फार्मा अंक पत्र जाली हैं। काउंसिल ने अभ्यर्थी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। विशेष कार्याधिकारी ने जिलाधिकारी अमरोहा, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, डीजी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं और रजिस्ट्रार को फर्जीवाड़े की कॉपी भेज दी है। साथ ही काउंसिल के विशेष कार्याधिकारी ने आरोपित मो़ सुमाबिर के खिलाफ चौक कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

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