खांसी-जुकाम की दवा पीने से 5 साल का बच्चा कोमा में

पटियाला/राजपुरा। हल्की खांसी व जुकाम होने पर 5 साल के बच्चे को एक प्राइवेट डॉक्टर ने प्रतिबंधित दवा दे दी। दवा पीने के बाद से ही बच्चे की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच में बच्चे के लिवर और किडनी में इन्फेक्शन होने का पता चला। इलाज के दौरान पीडि़त बच्चे सर्बजीत सिंह को दो बार हार्टअटैक आ गया। फिलहाल वह कोमा में है। थाना शंभू पुलिस ने बच्चे के पिता गांव नौशहरा निवासी अवतार सिंह के बयान पर आरोपी डॉक्टर गर्जा सिंह व उसके बेटे कुलविंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दोनों फरार बताए गए हैं। अवतार सिंह ने बताया कि 6 फरवरी को सर्बजीत स्कूल से लौटा तो उसे हल्की खांसी और जुकाम था। वह उसे गांव घग्गर सराएं स्थित डॉक्टर गर्जा सिंह के क्लीनिक ले गए। डॉक्टर ने एक कफ सिरप और कुछ गोलियां दी। इनके सेवन के बाद से ही बच्चे की तबीयत बिगड़ती चली गई। सरकारी अस्पताल राजपुरा के चाइल्ड एक्सपर्ट डॉ. संदीप ने बताया कि कोल्ड बेस्ट -पीसी नामक यह कफ सिरप छोटे बच्चों के लिए घातक है। इसमें डी एैथलीन ग्लाईको नामक जो सॉल्ट पाया जाता है, वह बच्चों के लिवर और किडनियों पर सीधा असर करता है। इससे खून में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे इन्फेक्शन हो जाता है। यह दवा बैन की जा चुकी है।

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