पतंजलि के पैकेट में प्रतिबंधित दवा विदेश भेजने वाले 2 गिरफ्तार

आयुर्वेदिक दवाई
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नई दिल्ली। पतंजलि उत्पाद के पैकेट में प्रतिबंधित दवा कोरियर के जरिए विदेश भेजने का मामला पकड़ में आया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ड्रग्स के रूप में इस्तेमाल होने वाली प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी में अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपी प्रतिबंधित दवा को पतंजलि उत्पाद के पैकेट में एयर कोरियर से ब्रिटेन भेजते थे। उनके पास से अलग-अलग तरह की 232 किलो ड्रग्स बरामद हुई हंै। आरोपियों की पहचान गुरुग्राम निवासी पुनीत अरोड़ा और उत्तम नगर निवासी विनोद कुमार के रूप में हुई है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि ड्रग्स तस्कर गिरोह के सदस्य प्रतिबंधित नशीली दवाएं विदेश भेज रहे हंै। ड्रग्स तस्कर पुनीत अरोड़ा और विनोद कुमार मटियाला गांव में मिलने वाले थे। इसकी सूचना मिलने पर एसीपी संजय दत्त, इंस्पेक्टर तिलक चंद्र बिष्ट, पवन कुमार सहित एसआइ मनिंदर और एएसआइ महीलाल मीणा की टीम ने 26 फरवरी को पुनीत अरोड़ा और विनोद कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 76 किलोग्राम भार की प्रतिबंधित दवाएं बरामद की गई हैं। बाद में उनकी निशानदेही पर 32.8 किलो ट्रामाडोल कैप्सूल, 123.3 किलोग्राम ट्रामाडोल टैबलेट भी जब्त किए गए। पुनीत का पिता प्रवीण अरोड़ा ब्रिटेन के बर्मिंघम में एक आयुर्वेदिक दवा की दुकान चलाता है। इसकी आड़ में वह ट्रामाडोल, अल्प्राजोलम जैसी प्रतिबंधित दवाइयां अन्य को आपूर्ति करता था। इनका इस्तेमाल वहां के पब और नाइट क्लबों में पार्टी ड्रग्स के रूप में किया जाता था। पता चला है कि विनोद कुमार पहले एयर कूरियर कंपनी में काम करता था। वहीं, उसके कस्टम क्लियरिंग एजेंटों से भी संपर्क हैं। वह पतंजलि के विभिन्न उत्पादों के साथ ड्रग्स के कैप्सूल और टैबलेट को पैक कर देता था। पुलिस ने इनके पास से ट्रामाडोल कैप्सूल 68.8 किलो, ट्रामाडोल टैबलेट 151.3 किलो, अल्प्राजोलम टैबलेट 12.5 किलो समेत
तीन वाहन और मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

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