फेस मास्क की ब्लैक मार्केटिंग करने पर दो मेडिकल स्टोर सील

हिसार। ड्रग विभाग ने फेस मास्क की ब्लैक मार्केटिंग की शिकायतों पर बड़ी कार्रवाई की है। मास्क अधिक दाम में बेचने पर ड्रग कंट्रोलर ने नागोरी गेट स्थित दो मेडिकल स्टोर सील किए हैं। ड्रग कंट्रोलर डा. सुरेश चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा और स्टेट ड्रग कंट्रोलर एनके आहूजा के निर्देश पर सिविल सर्जन की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया। उन्हें पाल मेडिकोज के बारे में मास्क महंगे बेचने की शिकायत की सच्चाई का पता लगाने के लिए फर्जी ग्राहक को मौके पर भेजा। ग्राहक ने पाल मेडिकोज से दो मास्क खरीदे तो सिंगल लेयर के सामान्य मास्क 60 रुपये में दिए गए। यानि एक मास्क की कीमत 30 रुपये वसूल की गई। जबकि बाजार में सामान्य मास्क की कीमत मात्र 80 पैसे से 1 रुपये तक है। मास्क पर कोई बैच नंबर नहीं था और ना ही एक्सपायरी डेट थी। इसके बाद दुकान पर छापा मारा गया। छापेमारी के दौरान कुछ प्रतिबंधित दवाइयां भी मिलीं, जिनका कोई सेल-परचेज रिकॉर्ड नहीं मिला। पाल मेडिकोज के संचालक ने कहा कि उसने यह मास्क नेशनल सर्जिकल से खरीदे हैं। इसके बाद नेशनल सर्जिकल पर फर्जी ग्राहक भेजा गया। नेशनल सर्जिकल संचालक ने भी 1800 रुपये में सिर्फ 100 सामान्य मास्क दिए, यानि एक मास्क 18 रुपये की कीमत में दिया। ड्रग विभाग ने दोनों मेडिकल स्टारों को सील कर दिया। जिला ड्रग कंट्रोलर सुरेश चौधरी ने जिले के सभी मेडिकल हाल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि वह मास्क या सेनिटाइजर को ब्लैक में ना बेचें। डॉक्टर की पर्ची के बगैर फेस मास्क आदि की सेल ना करें और इसका सेल-परचेज का पूरा रिकॉर्ड रखें, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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