फतेहाबाद में आठवीं पास व्यक्ति करता था भ्रूण लिंग परीक्षण

 

फतेहाबाद। हरियाणा के फतेहाबाद से सनसनी खेज मामला आने आया है। दरअसल यहां पर आठवीं पास व्यक्ति ने खुद को डॉक्टर बताकर भ्रूण लिंग का परीक्षण करता था। मालूम हो कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लुधियाना के गांव लेहरा में छापा मारकर भ्रूण लिंग की जांच करते हुए बलजीत सिंह निवासी लेहरा और उसके एजेंट रामदिया निवासी गांव शाहपुर खेड़ी जिला संगरूर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट से दो दिन के रिमांड पर लिया था।
रिमांड के दौरान पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी बलजीत सिंह आठवीं पास है और फर्जी तरीके भ्रूण लिंग जांच धंधा चला रहा था। बच्चे की धड़कन चेक करने वाली डॉपलर मशीन को लगाकर फर्जी बताता था कि गर्भ में लड़का है या लड़की है। अधिकतर को आरोपी गर्भ में लड़का होने के बारे कहता था। मौके से पुलिस ने फिटल डॉपलर, जैली, लैपटॉप भी बरामद किया गया है। पेट पर मशीन लगाकर जांच करते हुए टीम ने मौके का वीडियो भी बनाया है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि आरोपी मशीन लगाकर जांच कर रहा है। इसके अलावा आरोपी मरीज को लड़का होने के बारे में भी बताता है।
गौरतलब है कि आठवीं पास व्यक्ति ने खुद को डॉक्टर बताकर भ्रूण लिंग परीक्षण करने के मामले में पुलिस की पूछताछ में सनसनीखेज खुलासे किए। आरोपी ने बताया कि उसका साथी टोहाना से भ्रूण लिंग परीक्षण की इच्छुक गर्भवती को लुधियाना के गांव लेहरा लाता था। जहां वह गर्भवती के पेट पर धड़कन चेक करने वाली मशीन (डॉपलर) को लगाकर भ्रूण लिंग परीक्षण का ड्रामा करता था। इसके बाद परिजनों की इच्छा के अनुसार लड़का अथवा लड़की के भ्रूण होने की जानकारी देकर फीस वसूल कर लेता था। तो वही जांच अधिकारी – गुलाब सिंह का कहना है कि आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से घटनास्थल की निशानदेही करवानी है। इसके अलावा पूछताछ भी करनी है। खुद को डॉक्टर बताने वाला आरोपी आठवीं पास है। भ्रूण जांच को लेकर फर्जीवाड़ा कर रहा था।
दरअसल स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली कि टोहाना क्षेत्र का एक व्यक्ति गर्भ में लिंग जांच के लिए महिलाओं को पंजाब लेकर जाता है। यहां पर भ्रूण लिंग जांच करवाई जाती है। सिविल सर्जन डॉ. मनीष बंसल ने गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए उप सिविल सर्जन डॉ. गिरीश, डॉ. संगीता के नेतृत्व में टीम बनाई। गिरोह के सदस्यों से लिंग जांच को लेकर 90 हजार रुपये में डील फाइनल की गई। टीम को बिचौलिया लुधियाना के लेहरा गांव लेकर गया। यहां पर एक मकान में जब डिकोय मरीज का आरोपी जांच करने लगा तो टीम ने मौके से पकड़ लिया।

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