डोबूटामिन-50 एमजी जांच में फेल, दवा के इस्तेमाल पर रोक लगाने के आदेश

लखनऊ। दिल के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली डोबुमाटिन-50 एमजी इंजेक्शन जांच में फेल हो गई है। उसकी क्वालिटी जांच में बेकार पाई गई है। दरअसल पिछले साल 19 जुलाई को दवा की खरीद आदेश जारी हुआ। बड़ी संख्या में इंजेक्शन की सप्लाई भी हुई। इसकी गुणवत्ता परखने के लिए वेयर हाउस से दोनों बैच के इंजेक्शन का नमूना लिया गया। नमूनों को जांच के लिए तीन प्रयोगशालाओं में भेजा गया। एक बैच में लगभग 10 हजार इंजेक्शन होते हैं। सभी इंजेक्शन की क्वालिटी खराब निकली। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश मेडिकल कॉरपोरेशन प्रदेश भर के अस्पतालों में इंजेक्शन की सप्लाई करता है। कोई भी इंजेक्शन मानक पर खरे नहीं उतरे। नमूना फेल होने के बाद कॉरपोरेशन ने दवा के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश दिया है। साथ ही इंजेक्शन की आपूर्ति करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश हैं। दरअसल कॉरपोरेशन ने सभी अस्पतालों से दवा वापस मंगाई है। दवा वापसी में शिथिलता या फिर उसका इस्तेमाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी का कहना है कि यह इंजेक्शन दिल के मरीजों को दिया जाता है। इसकी खपत भी काफी है। मानकों के खिलाफ इंजेक्शन से मरीज की जान जोखिम में पड़ सकती है। संबंधित कंपनी व लोगों पर कार्रवाई होगी। हालांकि मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन ने डोबुटामिन-50 एमजी इंजेक्शन की आपूर्ति का ठेका देहरादून की कंपनी मेसर्स हिमालया मेडिटेक प्राइवेट लिमिटेड को दिया। पिछले साल 19 जुलाई को दवा की खरीद का आदेश जारी होने के बाद इंजेक्शन की आपूर्ति हुई। कंपनी ने बैच नम्बर एचएलआई 883 एफ और एचएलआई 124 सी की आपूर्ति प्रदेश के औषधि भंडारों में की। साथ ही सभी इंजेक्शन का नमूना लिया गया। जांच में सभी इंजेक्शन के फेल पाए जाने पर प्रबंध निदेशक ने सख्त कदम उठाए। डोबुटामिन-50 एमजी इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए कंपनी को तीन साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया है।

Advertisement