46 प्रकार की दवा पर एक्सपायर होने का खतरा

 

जबलपुर। अलग—अलग बीमारियों के उपचार में उपयोगी 46 प्रकार की दवाओं की हजारों टैबलेट पर एक्सपायर होने का खतरा मंडरा रहा है। ये दवाएं मरीजों तक नहीं पहुंची और स्टोर में पड़े—पड़े एक्सपायरी तिथि के करीब पहुंच रही हैं। आगामी दो माह के भीतर इन दवाओं के हजारों टैबलेट एक्सपायर होकर अनुपयोगी हो जाएंगे। दरअसल, कोरोना संक्रमण काल में अन्य बीमारियों से पीडि़त मरीजों की तादात जिले की समस्त निजी व सरकारी अस्पतालों में घट गई है। विक्टोरिया अस्पताल में भी कोरोना व इसके संभावित लक्षण वाले मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं।

तो वही दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण काल में अन्य बीमारियों से पीडित मरीजों के अस्पताल कम पहुंचने के कारण स्टोर में बची दवाओं को जलाया जाने लगा है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुहागी में मल्टीविटामिन समेत अन्य कई प्रकार की दवाओं के लाखों टैबलेट आग के हवाले कर दिए गए। दवाओं में लगाई गई आग तीन दिन तक सुलगती रही। हैरानी की बात यह है कि जिला स्वास्थ्य विभाग के दागी अधिकारियों व कर्मचारियों की साठगांठ से जलाई गई दवाओं की एक्सपायरी अभी 2021 व 2022 थी। बताया जाता है कि दवाओं की खपत कम होने के कारण इनकी खरीदी व सप्लाई में बिचौलियों को होने वाला लाभ प्रभावित हुआ है। कंपनियों तक दवा खरीदी का आॅर्डर नहीं मिल रहा है। जिसके चलते बिचौलिए व कंपनियां लोभी कर्मचारियों से साठगांठ कर दवाओं को आग के हवाले करवा रहे हैं ताकी सप्लाई का नया आॅर्डर मिल सके।

गौरतलब है कि मानसिक रोग के उपचार में दी जाने वाली क्लोनाजापाम दवा के करीब 15 हजार टैबलेट एक्सपायरी की कगार पर हैं। कोरोना संक्रमण काल में विक्टोरिया अस्पताल में घटी मानसिक रोगियों की संख्या के कारण यह दवा उन तक नहीं पहुंच पाई। मेडिकल कॉलेज अस्पताल, विक्टोरिया अस्पताल को छोड़कर जिले के किसी अन्य शासकीय अस्पताल में मानसिक रोग चिकित्सक ने होने के कारण दवाओं का उपयोग वहां भी नहीं हो पा रहा है। दर्द के निवारण में उपयोगी ट्रायजोल दवा के करीब सात हजार कैप्सूल एक्सपायर होने के करीब पहुंच गए हैं। सांस से संबंधित बीमारियों के उपचार में उपयोगी विसाकोड्रिल दवा के करीब 10 हजार टैबलेट भी शार्ट टर्म एक्सपायरी दवा की श्रेणी में आ गए हैं। दवा के टैबलेट सिविल सर्जन कार्यालय के अधीन औषधि भंडार कक्ष में पड़े हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अधीन दवा स्टोर में भी तमाम दवाओं के एक्सपायर होने का खतरा मंडरा रहा है।

 

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