ट्रामाडोल के 1200 कैप्सूल के साथ एक गिरफ्तार

पानीपत/करनाल। देश भर में नशीली व प्रतिबंधित दवाओं का कारोबार लगातार बढ़ता ही जा रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ करनाल और आसपास के क्षेत्र में प्रतिबंधित दवाओं का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसी दवाओं को सप्लाई करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा मामला निसिंग में सामने आया है। जहां एक आरोपित को प्रतिबंधित ट्रामाडोल के 12 कैप्शूल बरामद किए है।

एंटी नारकोटिक सेल की टीम ने निसिंग के रोड़ी साहब गुरुद्वारा के पास गश्त कर रही थी। तभी गुप्त सूचना मिली कि एक युवक नशीली दवाओं का जखीरा लेकर निसिंग-डाचर रोड पर स्थित ड्रेन पुल पर खड़ा है, जो किसी को यह दवाईयां सप्लाई करने की फिराक में है। इएएसआई जोगिंद्र सिंह, एचसी रविंद्र व विकास, इएचसी अश्वनी कुमार की टीम ने तत्काल ही छापेमारी की और प्लास्टिक बैग लिए युवक को काबू कर लिया। आरोपित की पहचान गांव डाचर वासी जितेंद्र के तौर पर हुई जबकि उसकी तलाशी के लिए तत्काल ही सूचना मिलने पर डीएसपी असंध गजेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे।

तलाशी लिए जाने पर आरोपित के बैग से ट्रामाडोल नामक दवा के 1200 कैप्शूल बरामद किए। जिनके संबंध में जिला औषधी नियंत्रक रितू मेहला से संपर्क किया और उन्होंने टीम को बताया कि ये दवा प्रतिबंधित है। आरोपित इन कैप्शूल के संबंध में कोई कागजात भी नहीं दिखा पाया। टीम ने आरोपित को काबू कर लिया तो बाद में उसके खिलाफ निसिंग थाने में केस भी दर्ज कर लिया गया। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है, ताकि मुख्य आरोपित तक पहुंचा जा सके।

बता दें कि इससे पहले निसिंग व असंध क्षेत्र में ही पिछले डेढ़ माह के दौरान प्रतिबंधित दवाओं के साथ चार आरोपित एंटी नारकोटिक सैल की टीम काबू कर चुकी है। एक आरोपित से आठ हजार कैप्शूल भी बरामद किए गए थे। और यह सप्लाई राजस्थान के सीकर से की गई थी। यहीं नहीं एक मामले में निसिंग क्षेत्र से ही एक साथ तीन आरोपितों को 12 हजार कैप्शूल व टेबलेट के साथ पकड़ा गया था तो एक मामला इंद्री क्षेत्र में भी सामने आया था। इन सभी मामलों में पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था।

Advertisement