भारत ने चीन की विषाणुरोधी दवा सिप्रोफ्लोक्सासिन हाइड्रोक्लोराइड पर लगाया डंपिंग रोधी शुल्क

नई दिल्ली। भारत ने चीन की विषाणुरोधी दवा सिप्रोफ्लोक्सासीन हाइड्रोक्लोराइड पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाया है। पड़ोसी देश से होने वाले सस्ते आयात से घरेलू उद्योग को बचाने के लिये यह कदम उठाया गया है। बता दें कि वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) की सिफारिश पर शुल्क लगाया गया है। दरअसल शुल्क 0.91 डॉलर प्रति किलो से 3.27 डॉलर प्रति किलो तक लगाया गया है।

सिप्रोफ्लोक्सासीन हाइड्रोक्लोराइड का आयात चीन से जांच अवधि (अप्रैल 2018 से जून 2019) के बीच बढ़कर 377 टन पहुंच गया जो 2015-16 में 117 टन था। डीजीटीआर शुल्क लगाने की सिफारिश करता है जबकि वित्त मंत्रालय इसे लगाता है। राजस्व विभाग की अधिसूचना के अनुसार, ‘‘इस अधिसूचना के अंतर्गत लगाया गया डंपिंग रोधी शुल्क दो सितंबर, 2020 से लगाये जाने की तिथि से पांच साल (जबतक इसे बीच में समाप्त नहीं किया जाता या संशोधित नहीं किया जाता) के लिये है। शुल्क का भुगतान भारतीय मुद्रा में होगा। डीजीटीआर ने अपनी जांच में यह निष्कर्ष निकाला है कि चीन से निर्यात होने वाले इस उत्पाद को उसके सामान्य मूल्य से कम दाम पर भेजा रहा है। यानी उत्पाद की डंपिंग की जा रही है जिससे घरेलू उद्योग पर असर पड़ रहा है।

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