पर्क फार्मास्युटिकल कंपनी के गोदाम से मिली प्रतिबंधित दवाइयां, कंपनी सील, मालिक फरार,चार गिरफ्तार

मेरठ। पंजाब पुलिस और मेरठ सर्विलांस सेल ने पर्क फार्मास्युटिकल कंपनी को सील कर गोदाम से मिली प्रतिबंधित दवाइयां कब्जे में ले लीं। दवाइयों की पंजाब में सप्लाई देने वाली चेन के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में तीन मेडिकल स्टोर स्वामी हैं, जो कंपनी से प्रतिबंधित दवा खरीदकर पंजाब समेत कई राज्यों में सप्लाई दे रहे थे। इन दवाइयों को चरस, गांजा आदि की तरह नशे के तौर पर प्रयोग किया जा रहा था। पंजाब पुलिस ने कंपनी के संचालक दिल्ली निवासी अमरजीत और मेरठ के बेगम बाग निवासी मालिक कृष्णा केले को भी नारकोटिक्स एक्ट के मुकदमे में आरोपित बनाया है।

नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंस एक्ट में लुधियाना के डिवीजन चार थाने में भाजपा पार्षद सतीश नागर, अनूप कुमार, हिम्मत और रजिंद्र को नामजद किया गया था। इसी मुकदमे में मेरठ के मेडिकल स्टोर संचालक जान सैफी, सादिक उर्फ बबलू, छुट्टन गोयल व सप्लायर फरजान की गिरफ्तारी दिखाकर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से चारों को ट्रांजिट रिमांड पर लुधियाना भेजा गया। एसीपी वरयाम सिंह का कहना है कि कमलजीत और कृष्णा केले को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। बुधवार को पंजाब पुलिस व सर्विलांस टीम ने मेरठ में उद्योगपुरम में पर्क फार्मा कंपनी और गोदाम पर छापा मारा था। गुरुवार को गिरफ्तारी, सील व दवाइयां जब्त की गई। लुधियाना एसीपी सेंट्रल -वरयाम सिंह ने बताया कि मेरठ की पर्क फार्मास्युटिकल कंपनी से पंजाब में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित दवाइयों की सप्लाई हो रही थी। चार आरोपितों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं पकड़ी हैं।

कंपनी स्वामी और संचालक की तलाश में दबिश डाली जा रही है। बता दें कि लुधियाना के एसीपी सेंट्रल वरयाम सिंह की टीम ने तीन मार्च को लुधियाना छावनी में भाजपा पार्षद सतीश के घर से 1.29 लाख रुपये की प्रतिबंधित दवाएं बरामद की थीं। सतीश के साथ मिलकर अनूप, हिम्मत और रजिंद्र इस धंधे को पंजाब में कर रहे थे। अनूप सिंह ने पूछताछ में बताया कि मेरठ की पर्क फार्मास्युटिकल कंपनी से प्रतिबंधित दवाइयों की सप्लाई आती थी।पंजाब पुलिस ने सर्विलांस टीम के साथ मिलकर मेरठ से पंजाब में सप्लाई देने वाले खैरनगर के सादिक उर्फ बबलू, जान सैफी, इमलियान के फरजान और काशी के छुट्टन गोयल को पकड़ा। कंपनी संचालक और मालिक फरार हो गए। ड्रग्स विभाग की टीम ने कंपनी को सील कर दिया है। पुलिस कोर्ट के ट्रांजिट रिमांड पर गुरुवार को चारों आरोपितों को लुधियाना ले गई।

 

 

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