कोरोना का कहर: टीका खत्म होने से बढ़ी परेशानी, टीकाकरण केंद्रों पर लगा वैक्सीन नहीं का पर्चा

गया। जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच टीका की दवा की किल्लत गहराने लगी है। सोमवार को जिले भर के ज्यादातर टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन नहीं आने का पर्चा मुख्य दरवाजे पर लगा दिखा।बता दें कि शहर के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुबह से ही दवा नहीं आने के कारण बंद थे। बीते दो दिनों में जहां 18 से 20 हजार तक टीकाकरण हुआ वहीं वैक्सीन की किल्लत का असर रहा कि सोमवार को 8576 लोगों को ही टीका लग पाया। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले जिले को 35 हजार डोज उपलब्ध कराई गई थी। जो सोमवार की दोपहर होने तक समाप्त हो गई। तो वहीं सिविल सर्जन-डॉ. कमल किशोर राय ने बताया कि टीकाकरण की दवा को लेकर राज्य को सूचना दी गई है। वहीं से दवा की आपूर्ति फिलहाल कम हो रही है। मंगलवार तक दवा पहुंचने की उम्मीद है। जल्द ही समस्या से निजात मिलने की संभावना है। दवा आते ही सभी सेंटर पर टीकाकरण लगने का काम शुरू हो जाएगा।

बता दें कि दोपहर तक दवा की किल्लत से स्वास्थ्य महकमा के आला अफसर भी परेशान दिखे। जगह-जगह से जिला वैक्सीन भंडार कक्ष में दवा की मांग को लेकर फोन की घंटियां बजती रही। लेकिन जवाब एक ही मिला, दवा खत्म हो गई है। आने पर दी जाएगी। जेपीएन अस्पताल में 5 सौ से 6 सौ टीकाकरण हर रोज हो रहा था वह बमुश्किल 300 हो पाया। दोपहर के बाद जेपीएन के टीका काउंटर पर सन्नाटा दिखा। हालांकि दोपहर 3 बजे तक बुजुर्ग, युवा, महिलाएं टीका लगवाने की उम्मीद लिए अस्पताल पहुंच रही थीं।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में टीका उत्सव मनाने की अपील आम जनों से किया है। 45 साल से ऊपर के सभी लोंगों से टीका लगवाने की अपील हो रही है। जिसके बाद टीका लेने को लेकर जनजागरूकता जिले में बढ़ गई है। लेकिन दवा की किल्लत से परेशानी हो गई है। जेपीएन अस्पताल आए मनोज कुमार, सुबोध प्रसाद, राजेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार को पर्याप्त दवा उपलब्ध करानी चाहिए। गौरतलब है कि गया जिले में सोमवार तक 2.29 लाख लोगों को टीका लगाया गया है। जिले में 45 साल से अधिक उम्र के 4.5 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। गया जिले में अभी औसतन 40 फीसद ही टीका पात्र उम्र वालों को लग पाया है।

 

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