नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच देशभर में लगातार 2 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। देशभर से हर दिन कोरोना से होनेवाली मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से हालात से निपटने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। इस बीच गुजरात के अहमदाबाद की एक कंपनी ने भी आयुध एडवांस नाम से एक दवा की घोषणा की है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों पर इसका अच्छा असर हुआ है। दावा किया जा रहा है कि हल्के लक्षण वाले मरीज इस दवा से 4 दिन में ठीक हुए हैं। हालांकि कोरोना के हल्के लक्षणों की बात करें तो ये सर्दी, खांसी और हल्के बुखार यानी सामान्य फ्लू से मिलते-जुलते हैं। हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए पहले भी कुछ कंपनियां दवा बना चुकी हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह दवा 2 क्लीनिकल ट्रायल से गुजर चुकी है और दो हेल्थ रिसर्च जर्नल में इसकी रिपोर्ट प्रकाशित की जा चुकी है। अहमदाबाद के सरकारी अस्पतालों में मरीजों पर इस दवा का ट्रायल किया गया है और इस दवा के साइड इफेक्ट नहीं है। दवा को गुजरात सरकार के आयुर्वेद विभाग ने उत्पादन और मार्केटिंग के लिए अप्रूवल दिया है।
कोरोना की इस दवा को गुजरात की शुक्ला अशर इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने बनाया है। यह एक लिक्विड दवा है. रिपोर्ट के मुताबिक, इसे 21 अलग-अलग पौधों से तैयार किया गया है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर दीप शुक्ला का कहना है कि हल्के लक्षण वाले मरीजों पर दवा काम करती है। इस दवा के सेवन से कोरोना के लक्षणों में शामिल बुखार, कफ की समस्या वगैरह तेजी से ठीक होती है।
इस दवा का पहला क्लीनिकल ट्रायल अक्टूबर 2020 में श्रीमती एनएचएल नगर मेडिकल कॉलेज में किया गया था, जबकि GMERS मेडिकल कॉलेज और हास्पिटल में इसका दूसरा ट्रायल जनवरी 2021 में किया गया। कोरोना के हल्के लक्षणों वाले मरीजों पर पहला ट्रायल किया गया था, जिन्हें दिन में चार बार आयुध एडवांस दी गई।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दवा का उपयोग सामान्यत: इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने के लिए किया जाता है। कंपनी के मुताबिक आयुध मेंटेन का सेवन करने के बाद बहुत सारे मरीज ठीक हुए हैं। दवा कबतक बाजार में आएगी, यह नहीं बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, टीकाकरण पूरा होने के बाद दवा मार्केट में आ सकती है।