कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने के आरोप में डोगरा लैब के संचालक गिरफ्तार

अंबाला। दुनिया भर में कोरोना ने आतंक मचा रखा है तो वहीं दूसरी तरफ हैरान कर देने वाली भी खबरे आ रही है। जानकारी के अनुसार कुछ डॉक्टर कोरोना की फर्जी रिपोर्ट भी तैयार कर रहे है। बता दें कि फर्जी कोरोना रिपोर्ट तैयार करने के आरोप में पुलिस ने सेक्टर-7 स्थित डोगरा लैब के संचालक डॉक्टर वासु डोगरा को गिरफ्तार किया है। जांच टीम ने लैब को भी सील कर दिया है। सीएमओ की ओर गठित जांच टीम की शिकायत पर ही पुलिस मामले की जांच कर रही है। बाद में डॉक्टर वासु डोगरा को अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया।

बता दें कि एक स्टिंग ऑप्रेशन के दौरान ही डोगरा लैब में कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने का खुलासा हुआ था। स्टिंग में यह साफ दिख रहा था कि मुंह मांगे पैसे लेकर लैब में लोगों की सुविधा के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट तैयार की जा रही थी। लैब में तैनात एक कर्मचारी भी यह कहते हुए दिखाई दे रहा है कि जिस रिपोर्ट को नेगेटिव दिखाना होता है उस पर फ्लाइट कोड का इस्तेमाल किया जाता है। इस खुलासे के बाद देर रात ही एएसएमओ डॉक्टर सुखप्रीत सिंह, डॉक्टर विजय वर्मा, मेडिकल ऑफिसर कौशल कुमार, केपी सिंह व डॉक्टर कर्त्तव्य प्रताप सिंह ने लैब पर छापा मारकर कई जरुरी दस्तावेज अपने कब्जे में लिए थे। जांच के बाद ही जांच टीम ने लैब को भी सील कर दिया था। तब जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस को मामले की शिकायत दी गई।

कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने के आरोप में काबू किए डोगरा लैब के संचालक डॉक्टर वासु डोगरा को अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया। केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी चिकित्सक को गिरफ्तार कर लिया था। जमानत पर रिहाई के बाद डॉक्टर वासु डोगरा ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत उन्हें झूठे केस में फंसाया गया है। इसी वजह से अदालत ने उन्हें तुरंत जमानत पर रिहा कर दिया है। वे मामले में हर जांच के लिए तैयार हैं।

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