नकली रेमडेसिविर बेचने वाला सरगना दबोचा, पुलिस ने चार दिन की रिमांड पर लिया

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह के मुख्य सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सेक्टर-13,17 निवासी सरगना प्रदीप का सनौली रोड स्थित हैदराबादी अस्पताल में मेडिकल स्टोर है। अभी तक पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि प्रदीप 12 हजार रुपये में उत्तराखंड से नकली रेडमेसिविर का इंजेक्शन लेकर आता था। पानीपत में असली रेमडेसिविर इंजेक्शन बताकर 30 हजार रुपये में बेचा जा रहा था। पुलिस ने प्रदीप को रविवार को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है। उम्मीद की जा रही कि उसके जरिए रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन बनाने वाले तक पहुंचा जा सकेगा।

750 इंजेक्शन लेकर आया था, 650 इंजेक्शन बेच दिए
पुलिस पूछताछ मे सामने आया कि प्रदीप रेमडेसिविर के 750 इंजेक्शन लेकर आया था। उनमें से 650 इंजेक्शन को वह बेच चुका है। उसने 100 इंजेक्शन अपने भांजे सुमित, 150 इंजेक्शन सक्षम और 40 इंजेक्शन केशव को बेचने लिए दिए थे।

सुमित, सक्षम और केशव की रिमांड पूरी होने के बाद भेजा जेल
आरोपी सुमित, सक्षम और केशव की चार दिन की रिमांड शनिवार को खत्म हो गई, जिस पर उन्हें रविवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पुलिस टीम ने 27 अप्रैल को सेक्टर-18 में गर्वमेंट कॉलेज के पास से कार सवार में तीनों युवकों को 19 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया की उन्होंने उक्त रेमडेसिविर इंजेक्शन को सनौली रोड स्थित हैदराबादी अस्पताल के मेडिकल स्टोर संचालक प्रदीप से खरीदा था।
कई मेडिकल स्टोर संचालक हो चुके हैं अंडरग्राउंड, रिमांड में हो सकता है बड़ा खुलासा
चर्चा में है कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले मुख्य सरगना को पुलिस ने भले ही गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन रिमांड के दौरान प्रदीप और भी बड़े खुलासे कर सकता है। प्रदीप की गिरफ्तारी होने के बाद कई मेडिकल स्टोर संचालक अंडरग्राउंड हो चुके हैं। बस स्टैैंड मार्केट के अलावा सेक्टर 11-12 मार्केट में भी इनके सहयोगियों के मेडिकल स्टोर के ठिकाने हैं, जो खुले तो हैं, लेकिन इनके मालिकों का कुछ अतापता नहीं है।

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