खुशखबरी : हरियाणा को मिलेगी DRDO की 2-डीजी दवा, ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों के लिए है ‘संजीवनी’

चंडीगढ़। प्रदेश में अब कोरोना की लहर कुछ काम होती नजर आ रही है। सरकार से लेकर प्रशासन पूरी तरह से जुटा है ताकि लोगों को परेशानी कम हो। कोरोना वायरस के इलाज के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एंटी-कोविड मेडिसिन, 2 डीजी (2-DG) दवा हरियाणा सरकार खरीदेगी। इसकी जानकारी प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट करके दी है। स्वास्थय मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे बताया गया है कि इस दवा के उपयोग से सामान्य अवधि के मुकाबले मरीज दो से ढाई दिन पहले ठीक हो रहे हैं। कोविड रोगियों की ऑक्‍सीजन पर निर्भरता 40 प्रतिशत कम होगी। पाउडर के रूप में उपलब्‍ध होने से लोगों का असानी भी होगी। वह इसे पानी में घोलकर आसानी से पी सकेंगे।’’

स्वास्थ्य मंत्री ने इस संबंध में कहा कि ‘हरियाणा कोविड मरीजों के इलाज के लिए डीआरडीओ द्वारा विकसित एंटी-कोविड दवा 2डीजी खरीदेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज वह दवा जारी की जो रोगियों के तेजी से ठीक होने में मदद करती है और पूरक ऑक्सीजन की निर्भरता को कम करती है।’ उन्होंने बताया कि इस दवाई से मरीजो को अतिरिक्त ऑक्सीजन की आवश्यकता में कमी आएगी। विज ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। हरियाणा में अभी तक लगभग 49 लाख लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। इसके साथ ही प्रदेश में आईसीयू बेड तथा आइसोलेशन बेड तथा अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। राज्य में ऑक्सीजन तथा दवाओं की कोई कमी नही है।

मिली जानकारी के अनुसार रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित 2-डीजी दवा को लेकर बहुत ही अच्छी खबर सामने आयी है। रिपोर्टस के अनुसार, ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे गए 42 प्रतिशत मरीजों को 2-डीजी दवा की 2 खुराक देने के बाद ही ऑक्सीजन सपोर्ट से हटा लिया गया है और उनमें सुधार देखने को मिल रहा है। देश में जहां कोरोना महामारी की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है वहीं ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों को लेकर DRDO की 2-डीजी दवा गेमचेंजर साबित हो सकती है।

कोविड-19 की दूसरी लहर से देश में जारी संघर्ष के बीच डीआरडीओ की ओर से विकसित की गयी कोविड-19 रोधी दवा 2-डीजी की पहली खेप सोमवार को जारी की गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के साथ इसे जारी करते हुए कहा कि 2-डीजी दवा आत्‍मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्‍थर है। कोविड-19 के मध्यम लक्षण वाले तथा गंभीर लक्षण वाले मरीजों पर 2-डीऑक्सी-डी-ग्लुकोज (2-डीजी) दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) की ओर से मंजूरी मिल चुकी है।

रक्षा मंत्री ने सभी संबंधित संस्थानों से कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की अपील करते हुए कहा कि यदि सभी मिलकर काम करेंगे तो देश विजयी होकर रहेगा। इस दवा को ऐसे समय में मंजूरी मिली है जब भारत कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चपेट में है और देश के स्वास्थ्य ढांचे पर इसका गहरा असर पड़ा है। कोविड-19 रोधी इस दवा को डीआरडीओ की अग्रणी प्रयोगशाला नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (इनमास) ने हैदराबाद के डॉक्टर रेड्डीज प्रयोगशाला के साथ मिलकर विकसित किया है। यह दवा एक सैशे में पाउडर के रूप में उपलब्ध रहेगी जिसे पानी में मिलाकर मरीजों को पीना है।

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