नकली दवा की सूचना पर औषधि निरीक्षक ने मेडिकल स्टोर पर मारा छापा, 94 हजार की दवा बरामद

मुजफ्फर नगर। नोएडा में कोरोना की नकली दवा पकड़े जाने पर पूछताछ में दवाओं की आपूर्ति मुजफ्फरनगर के मेडिकल स्टोर्स से किए जाने की जानकारी मिलने पर नगर मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद को साथ लेकर भोपा रोड के एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। छापे के दौरान नोएडा में पकड़ी गई दवा से मिलती जुलती दवा के सात डिब्बे पकड़े गए, जिनका बाजार मूल्य 94 हजार रुपये है। दवा के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं जबकि सारी दवा को सीजकर दिया गया है।

नगर मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने बताया कि दवा विक्रेता के यहां से बरामद दवा के संबंध में औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद को कार्रवाई के लिए कहा गया। औषधि निरीक्षक ने बताया कि दवा की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकेगा कि वह किस प्रकार की है लेकिन जो दवा नोएडा में नकली मिली है उस दवा के सभी डिब्बे इसलिए सीज किए गए हैं कि जब तक रिपोर्ट नहीं आएगी तब तक उनकी बिक्री न की जाए। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट को जल्द मंगाने का प्रयास किया जा रहा है। दवा पूरी तरह से कोरोना संक्रमित व्यक्ति के उपयोग वाली है। प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा।

बताया जाता है कि नोएडा में कोरोना में काम आने वाल दवा के पकड़े जाने और उसके नकली दवा मिलने के बाद जब विक्रेता से पूछताछ की गई तो उसने वहां अधिकारियों को जानकारी दी कि उसने यह दवा भोपा रोड पर पंजाबी बारात घर के निकट बने एक थोक दवा विक्रेता से ली है। नोएडा के अधिकारियों ने इसकी जानकारी मुजफ्फरनगर के अधिकारियों को दी। इसके बाद गोपनीय तरीके से सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह और औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद की टीम का गठन किया गया। उन्होंने दोपहर में मेडिकल स्टोर्स पर छापा मारा। यहां पर फैबी मैक्स 400 एमजी दवा के सात डिब्बे मिले। जिनका मूल्य करीब 94 हजार रुपए है। यह दवा नोएडा से मिली नकली दवा से मिलती है। इसी कारण इन सभी दवा के डिब्बे औषधि निरीक्षक ने सीज कर दिए। हालांकि मेडिकल स्टोर स्वामी ने दवा के बिल अधिकारियों को दिखाए। इसके बाद भी दवा के नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेजने का निर्णय लिया गया। सभी दवा के डिब्बे सीज कर दिए गए।

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