पकड़ में न आये इसलिए चलती गाड़ी में कर रहे थे भ्रूण लिंग जांच, फिर भी पकड़ में आ गए कोख के कातिल

झज्जर। भ्रूण में पल रहे लिंग की जांच करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित अभी पकड़ से बाहर है। आरोपित 65 हजार रुपये लेकर चलती गाड़ी में ही भ्रूण लिंग जांच करता था। जो दलाल उसके पास ग्राहक भेजते थे, उनके माध्यम से ही रिपोर्ट भी महिलाओं को बताता था। गुप्त सूचना पर सक्रिय हुई टीम ने एक आरोपित के कब्जे से पांच हजार रुपये भी बरामद किए हैं।

जिला समुचित प्राधिकरण के चेयरमैन कम सिविल सर्जन को गुप्त सूचना मिली कि जिले में कुछ लोग लिंग जांच कर रहे हैं। इसकी एवज में मोटी रकम वसूली जा रही है। इस पर एक टीम गठित की गई। टीम में पीएनडीटी नोडल अधिकारी डा. ममता, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र माछरोली की चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा. सुनीता देवी, पीएनडीटी डीलिंग अजय कुमार, एफडब्ल्यू डीलिंग अनिल कुमार, प्रदीप कुमार शामिल रहे।

तय योजना के मुताबिक, 7 जून को गुरुग्राम के गांव पातली निवासी जगदीप उर्फ शेखर से फोन पर संपर्क साधा गया। 13 जून को गुप्त सूचक ने बताया कि वह व्यक्ति रेवाड़ी में, किसी हाईवे पर या फिर किसी गाड़ी में लिंग जांच करेगा। जिसके एवज में 65 हजार रुपये लेगा। इस सूचना पर डा. ममता ने एक महिला को प्रलोभन ग्राहक के रूप में तैयार किया। प्रलोभन ग्राहक को 65 हजार रुपये दिए। टीम स्थानीय पुलिस को साथ लेकर बताए गए स्थान के लिए चली।

14 जून को डिकोए की गाड़ी का अपनी गाड़ियों से पीछा किया। डिकोए की गाड़ी माछरोली कुलाना होते हुए रेवाड़ी बस स्टैंड पर पहुंची। बस स्टैंड के गेट पर डिकोए को गाड़ी से उतार दिया। फोन पर संपर्क किया तो लिंग जांच के आरोपित ने कहा कि डिकोए को बस स्टैंड के अंदर भेजने को कहा। चिकित्सक अपने आप आकर ले जाएगा। इसी दौरान एक व्यक्ति आया और डिकोए को अपनी गाड़ी में बैठाकर थोड़ी दूर ब्रोस मार्केट के पीछे ले गया।

डिकोए ने बताया कि गाड़ी वाले ने उससे 65 हजार रुपये ले लिए और किसी छोटी सी मशीन से उसका अल्ट्रासाउंड किया। रिपोर्ट पूछी तो कहा कि तुम जिसके माध्यम से आई थी, उसी को रिपोर्ट बताएंगे। गाड़ी वाले ने कुछ रुपये देकर माछरोली भेज दिया और कहा जगदीप को दे देना। इसके बाद आरोपित जगदीप से संपर्क किया तो उसने कहाड़ी रोड पर आने के लिए कहा और रिपोर्ट बता दी। जब डिकोए ने गाड़ी वाले द्वारा वापस दिए गए पैसे जगदीप को दिए तो टीम ने इशारा मिलते ही पुलिस की मदद से आरोपित को पकड़ लिया। आरोपित से पांच हजार रुपये बरामद किए गए है। बहरहाल, पुलिस के स्तर पर जांच की जा रही है।

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