अब जल्द ही कोरोना की दवा टेबलेट के रूप में भी होगी उपलब्ध, अमेरिका कर रहा है तैयारी

वाशिंगटन। कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए अमेरिका अब दवा बनाने के लिए कार्य कर रहा है। यह कार्य किसी दवा बनाने वाली कंपनी में नहीं बल्कि बाइडन प्रशासन की अगुआई में हो रहा है। इस दवा की खोज, विकास और निर्माण के लिए अमेरिकी सरकार ने तीन अरब डॉलर (करीब 22 हजार करोड़ रुपये) की धनराशि का एलान किया है।

अमेरिका में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या 50 लाख से ज्यादा बनी हुई है। नए मरीज भी रोज सामने आ रहे हैं। इसलिए सरकार ने अब कोविड के इलाज के लिए जल्द दवा बनाने वाला कदम उठाया है। इससे गंभीर रूप से बीमार लोगों को ठीक किया जा सकेगा और लोगों को मरने से बचाया जा सकेगा। यह जानकारी अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग ने दी है। इस एंटी वायरल प्रोग्राम में मुंह से ली जाने वाली दवा विकसित की जा रही है जिसे बीमार पड़ने पर घर में ही आसानी से लिया जा सकेगा। कहा गया है कि टेबलेट या सीरप के रूप में यह दवा बहुत असरदार होगी और इसे लेने के बाद कोविड के मरीज को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वास्थ्य मामलों के सलाहकार डॉ. एंथनी फासी ने कहा है कि यह दवा वायरस जनित रोगों पर प्रभावी होगी। शुरुआती लक्षणों के आधार पर इसे लिया जा सकेगा। यह दवा इन्फ्लूएंजा के सभी मामलों में ली जा सकेगी। दवा के विकास के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुछ ही महीनों में दवा के तैयार होने की संभावना है।

 

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