कानपुर। नकली दवा बनाने वाले बड़े रैकेट का खुलासा करने वाली क्राइम ब्रांच को एक और महत्वपूर्ण सूचना मिली है। आरोपित मनीष ने गिरफ्तारी से पहले एक लाख कैल्शियम की गोलियों का आर्डर मुज्जफरनगर के सप्लायर बलराज को दिया था। वह इन गोलियों से ब्रांडेड दवाओं का नाम इस्तेमाल करके गम्भीर बीमारी की दवा घोषित कर बेचने वाला था। उससे पहले क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
क्राइम ब्रांच अधिकारियों के मुताबिक बलराज इस गिरोह की मुख्य कड़ी है। वह ही सभी तरह के सॉल्ट की सप्लाई देता था। जिसके बाद मनीष उस सॉल्ट या फिर उससे बनाई गई टेबलेट का आगे सौदा कर देता था। गिरोह नकली दवा सप्लाई में करोड़ों रुपए कमा रहा था। क्राइम ब्रांच अधिकारी के मुताबिक मनीष ने जिन एक लाख गोलियों का आर्डर बलराज को दिया था। उन गोलियों को क्रश कराने के बाद वह उसके सॉल्ट से किसी ब्रांडेड दवा कम्पनी की टेबलेट तैयार कर उसे बेचने की फिराक में था।
नकली दवाओं की बिक्री करने वाले लखनऊ अशियाना निवासी सरगना मनीष मिश्रा को क्राइम ब्रांच की टीम ने दादा नगर पुल के पास से दो गत्ते नकली अल्ट्रासेट टैबलेट के साथ 23 जून को गिरफ्तार किया था। मनीष से हुई पूछताछ में उसने अलगीगढ़, गुरुग्राम, मेरठ, मुजफ्फर नगर और बागपत के लिंक मिले थे। जिसके बाद टीम ने वहां भी छापेमारी करके फैक्ट्रियां पकड़ी थीं। कार्रवाई में क्राइम ब्रांच ने मनीष समेत कुल 12 आरोपितों की गिरफ्तारी करके 4.50 करोड़ के माल की बरामदगी की गई है।