प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बड़ी खेप बरामद, 686 करोड़ रुपए बताई जा रही कीमत

महराजगंज/ठूठीबारी। नशे में प्रयोग की जाने वाली दवाओं का कारोबार लगातार बढ़ता ही जा रहा है। भारी मात्रा में नशीली दवा बरामद की जा रहीं है। आरोपी भी पकडे जा रहे है। उसके बाबजूद भी नशे का कारोबार बढ़ता ही जा रहा है। दरअसल कोतवाली पुलिस, एसएसबी और प्रशासन की संयुक्त टीम ने प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बड़ी खेप बरामद की थी। बाजार में इनकी कीमत करीब 686 करोड़ रुपये बताई जा रही है। भारत-नेपाल सीमा पर ठूठीबारी थानाक्षेत्र के जमुई कला गांव स्थित एक गोदाम में ये दवाएं रखी गई थीं।

दवाओं को नेपाल भेजने की तैयारी थी। ठूठीबारी थाने में डीएम, एसपी और एसएसबी कमांडेंट ने मीडिया को बताया कि फरार आरोपित के विरुद्ध ठूठीबारी थाने में एनडीपीएस एक्ट, औषधि एवं प्रशासन सामग्री एक्ट, कॉपी राइट एक्ट के अलावा धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपित गोविंद गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। गोदाम की देखरेख करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया है। डीएम डॉ. उज्ज्वल कुमार ने बताया कि जिले में नशे का धंधा करने वालों के विरुद्ध यह बड़ी कामयाबी है।

अब तक जांच में पता चला है कि यह गिरोह अवैध रूप से नेपाल में प्रतिबंधित दवाओं को भेजता था। गिरोह के निशाने पर दोनों देशों के युवा थे। मामले की विस्तृत जांच ठूठीबारी पुलिस करेगी। एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाओं का धंधा वर्षों से भारत-नेपाल सीमा पर फलफूल रहा था। पुलिस गिरोह के जड़ तक पहुंचने की कोशिश में जुट गई है।

एसएसबी के कमांडेंट मनोज कुमार ने बताया कि ये दवाएं कुछ लोकल दुकानों के अलावा नेपाल तस्करी कर ले जाई जाती थीं। सीमा के दोनों तरफ के युवा इसकी लत में हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित दवाओं की बरामदगी के बाद इनके इस्तेमाल पर कुछ हद तक रोक लग सकती है। इसके अलावा इस गिरोह को तोड़ने का काम किया जाएगा। इस मौके पर एसडीएम निचलौल प्रमोद कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर शिव कुमार नायक और ऑपरेशन में शामिल पूरी टीम मौजूद रही।

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