भालोटिया मार्केट से जुड़े 686 करोड़ की नशीली दवाओं के तार, जांच शुरू

गोरखपुर। कुछ समय पहले महाराजगंज से करोडो की प्रतबंधित दवा जब्त करने का मामला सामने आया था। जिसको लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। बता दें कि महाराजगंज में पकड़ी गई 686 करोड़ की नशीली दवाओं के तार गोरखपुर से जुड़ गए हैं। ड्रग विभाग को इन दवाओं की आपूर्ति गोरखपुर के भालोटिया मार्केट से होने के साक्ष्य मिले हैं। 21 लाख रुपये की दवाओं की खरीद की रसीद विभाग को मिल गई है।

इस आधार पर यह तय हो गया है कि नशीली दवाओं की आपूर्ति भालोटिया के एक व्यापारी ने की थी। जल्द ही इस संबंध में व्यापारी से पूछताछ हो सकती है। सहायक आयुक्त औषधि- एजाज अहमद ने बताया कि मामले की जांच तेजी से चल रही है। इसमें कुछ सबूत हाथ लगे हैं। कुछ थोक प्रतिष्ठानों की रसीद मिली है। जिनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा। भालोटिया की एक बड़ी दुकान से नशीली दवाओं के तस्करों का संबंध उजागर होता नजर आ रहा है।

इस दुकान से समय-समय पर लाखों रुपए की दवाएं खरीदी गई हैं। कुछ दवाओं की रसीद व्यापारी नहीं दे पा रहा है। विभाग को अब तक 21 लाख रुपए की नशीली दवाओं की खरीद की रसीद मिली है। भालोटिया स्थित दुकान से महाराजगंज के भी दो व्यापारियों ने दवा खरीदी है। इन व्यापारियों की महाराजगंज में दवा की थोक व फुटकर दुकान है। इसके अलावा उन्होंने गोरखपुर में भी थोक दवा के कारोबार में मोटी रकम का निवेश किया है। इनमें से एक दुकान भालोटिया मार्केट में है। यही दुकान से दवाएं भेजी गई हैं।

एक्सपायर हो चुकी दवाओं पर नया स्टीकर चस्पा कर बेचने की भी शिकायत मिली है। महामंत्री- आलोक चौरसिया ने बताया कि नकली और नशीली दवाओं का कारोबार खतरनाक है। यह जानलेवा है। इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए। दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो। इस जांच के नाम पर किसी निर्दोष व्यापारी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए।

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