ईएसआइसी दवा खरीदकर कराएगा हृदय रोग, कैंसर, शुगर जैसे मरीजों का इलाज, सीजीएचएस के रेट पर करना होगा भुगतान

वाराणसी। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) के पांडेयपुर स्थित अस्पताल की ओपीडी में डाक्टर की लिखी दवा यदि फार्मेसी में उपलब्ध नहीं हुई तो अब ¨चतित होने की जरूरत नहीं है। अब ये दवा हॉस्पिटल को तीन दिन में ईएसआइसी खरीद कर देगा। इसमें खास कर हृदय रोग, कैंसर, शुगर आदि जीवनोपयोगी दवाएं होंगी। एसपी तिवारी ने बताया कि अब नजदीकी किसी भी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने पर चिकित्सा बिल का केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के रेट पर भुगतान किया जाएगा।

पहले यह सुविधा सिर्फ रेफरल व्यक्ति को ही मिलती थी। इसके अलावा निजी क्षेत्रों में कार्य करने वाले कर्मचारियों को निगम के दायरे में लाने के लिए निर्धारित वेतनमान 21 हजार से बढ़ाकर 30 हजार तक करने के लिए पिछले सप्ताह प्रस्ताव निगम को सौंपा गया है। ऐसा होने के बाद बीमित कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 4.50 करोड़ हो जाएगी। असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरों के लिए ई-श्रम पोर्टल शुरू किया गया है, जिसमें वे अपना पंजीयन कराकर ई-कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।

इस दौरान एसपी तिवारी ने अस्पताल की सुविधाओं एवं प्रगति की समीक्षा की। इसमें एएमएस डा। प्रशांत कुमार ने बताया कि ईएसआइसी अस्पताल में हृदय रोगियों की चिकित्सा के लिए कैथ लैब की सुविधा शुरू करने की तैयारी है। इसमें छह माह लगेंगे। तीन माह में डायलिसिस यूनिट शुरू कर दी जाएगी। इसमें शुरू में चार बेड रहेगा, जिसे बढ़ाकर 10 बेड तक किया जाएगा। चिकित्सा अधीक्षक डा। अभिलाष वीबी, सहायक चिकित्सा अधीक्षक डा। प्रशांत कुमार, प्रभारी उपनिदेशक मनोज कुमार साव, अधिवक्ता अशोक सहगह, सहायक निदेशक पवन कुमार व अशोक कुमार भी मौजूद थे।

कर्मचारी राज्य बीमा निगम की स्थायी समिति के सदस्य एसपी तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अनुपलब्ध दवाओं की स्थानीय स्तर पर खरीद के लिए चिकित्सा अधीक्षक को अधिकार दिया गया है। इस प्रस्ताव को स्वीकृति एक सप्ताह में ही प्रदान कर दी जाएगी। अब तक चिकित्सा अधीक्षक के पास अस्पताल के बेड के अनुसार महज 50 लाख रुपये तक के ही उपकरण खरीदने का अधिकार है। अब इसे बढ़ाया जा रहा है। निगम से कहा गया है कि उपकरण खरीद के लिए या तो आनटाइम स्वीकृति मिल जाए या फिर एमएस को ही अधिकार दिया जाए।

 

 

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