वायरल और डेंगू बुखार के कहर से स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी धड़कनें, दवा कंपनियों की चांदी

फिरोजाबाद। वायरल और डेंगू बुखार ने हर जगह अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया हैं। बच्चो से लेकर बड़े तक मौसमी बिमारियों के शिकार हो रहें है। साथ ही कोरोना के कमजोर पड़ने पर दवा के थोक व फुटकर फुटकर बाजार में कुछ गिरावट जरूर आई थी, लेकिन अब डेंगू और वायरल बुखार के चलते दवा कीमत फिर से उछाल ले रही है। बता दें कि यूपी के 6 जिलों में डेंगू ने तेजी से दस्तक दी है। उत्तर प्रदेश से सटे बिहार में भी डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। वहां के निजी और सरकारी अस्पताल मरीजों से फुल है। ऐसे में यदि वहां डेंगू तेज रफ्तार पकड़ लेता है, स्थिति बिगड़ सकती है। हालांकि डेंगू को नियत्रंण में करने की कवायद शासन स्तर पर जारी है।

हालांकि उत्तराखंड में भी डेंगू ने दस्तक दी है, वहां फिलहाल डेंगू और वायरल पर काबू पा लिया गया है। ऐसे में यूपी के सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की धड़कनें बढ़ी हुई हैं, क्योंकि कोरोना अभी पूरी तरह खत्म भी नही हुआ है। ऐसे में मौसमी बुखार के साथ डेंगू ने उत्तर प्रदेश सहित बिहार में भी पैर पसार लिए हैं। फिरोजाबाद, मथुरा और आगरा में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज हैं, मौत का आंकड़ा भी इन्हीं जिलों में सबसे ज्यादा है। इन शहरों पर शासन की विशेष नजर बनी हुई है। उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों एटा, कासगंज, मैनपुरी, मेरठ, बागपत, वाराणसी, मुरादाबाद, बुलंदशहर सहित मुजफ्फरनगर में भी डेंगू और वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।

फिरोजाबाद में डेंगू से फैली महामारी की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने गंबूसिया मछलियों का सहारा ले रहा है। विशेषज्ञों का दावा है कि गंबूसिया मछलियों को तालाब में छोड़ने से ये लाखों मच्छर का लार्वा भक्षण कर लेगी, जिसे मच्छर जनित रोगों पर काफी हद तक लगाम लगाया जा सकता है। यूपी के सभी डेंगू प्रभावित जिलों और क्षेत्रों में विशेष तौर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है, फॉगिंग भी की जा रही है। जगह-जगह स्वास्थ्य विभाग अपनी टीमें भेज कर लोगों को डेंगू से बचने के उपाय भी बता रहा है, पोस्टर भी दीवारों पर लगाये जा रहे है। सभी जिलों में प्रशासन और नगर निगम की ओर से मंगलवार को विशेष अभियान चलाकर शहर में दवा का छिड़काव करवा रहा है।

गौरतलब है कि मथुरा में डेंगू का प्रकोप भले ही अब कम हो गया है, लेकिन वायरल बुखार में कोई कमी नहीं आई है। बुखार निवारण दवा की कीमतें आसमान छू रही हैं, दवा कंपनियां आपदा में अवसर कमाने से पीछे नही हट रही हैं। पेन किलर, कफ सिरप, पैरासिटामोल, एंटी बायोटिक और मलेरिया के इंजेक्शन की मांग अधिक है। मथुरा में करीब 1200 मेडिकल स्टोर हैं। इनमें 300 शहर और 900 देहात क्षेत्र में हैं। बात करें एटा जिले की तो वहां एक बच्ची सहित 6 और कासगंज में 2 मरीजों की रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं मैनपुरी के जिला अस्पताल में 2 दर्जन मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं और वर्तमान में 100 शैय्या अस्पताल में 429 मरीजों का इलाज चल रहा हैं। इस अस्पताल में मरीजों को के परिजनों को रोता और बिलखता भी देखा जा रहा है। फिरोजाबाद जिले में डेंगू से हो रही मौतों का ग्राफ नीचे नही आ रहा है, यहां पिछले 2 दिनों में 15 मरीजों की मौत हो गई है।

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