दवा बेचने के लिए 18 कंपनियों में से किसकी खुलेगी किस्मत, 20 अक्टूबर को

बिहार की राजधानी पटना के पीएमसीएच में दवाओं की परेशानी से जूझ रहे मरीजों को जल्द राहत मिलने वाली है। अस्पताल में 459 तरह की दवाएं (सर्जिकल सामान भी) खरीदी जायेंगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से दो महीने पहले जारी किये गये टेंडर में करीब 18 छोटी-बड़ी दवा कंपनियों ने टेंडर फॉर्म भर कर भेजा है।

पटना। बिहार की राजधानी पटना के पीएमसीएच में दवाओं की परेशानी से जूझ रहे मरीजों को जल्द राहत मिलने वाली है। अस्पताल में 459 तरह की दवाएं (सर्जिकल सामान भी) खरीदी जायेंगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से दो महीने पहले जारी किये गये टेंडर में करीब 18 छोटी-बड़ी दवा कंपनियों ने टेंडर फॉर्म भर कर भेजा है। पीएमसीएच अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने कहा कि जो दवाएं नहीं हैं उनकी खरीदारी के लिए एनओसी मिलते ही खरीदारी होगी । 459 तरह की दवाओं के लिए टेंडर निकाले गये हैं।

डेढ़ दर्जन कंपनियों ने आवेदन भेजा है, 20 अक्तूबर तक टेंडर खोले जायेंगे। अस्पताल प्रशासन की ओर से बैठक बुलाकर दवा खरीद के लिए आगामी 20 अक्तूबर को टेंडर खोला जायेगा। न्यूनतम दर पर दवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी से दवाएं खरीदी जायेंगी। अस्पताल प्रशासन की ओर से टेंडर को लेकर प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी शुरू कर दी गयी। मरीजों को सिरप, त्वचा, सांस, हृदय रोगों व मधुमेह की दवाओं की खरीदारी की जायेगी। टेंडर में इमरजेंसी के लिए सर्जिकल सामान में ग्लब्स, गॉज, सिरिंज, जीवन रक्षक दवाएं प्राथमिकता में रहेंगी। साथ ही ओपीडी के लिए आइ ड्राप, बच्चों के लिए सिरप, एंटीबायोटिक, मधुमेह समेत मौसमी बीमारियों की दवाएं ज्यादा खरीदी जायेंगी।

ओपीडी स्थित नि:शुल्क दवा केंद्र पर सर्दी-बुखार के लिए दी जाने वाली दवा सेट्रिजीन, अस्पताल में आपूर्ति होने वाला पेनकिलर एक्लोफेनिक, गैस की दवा ओमेज, कैल्शियम और मल्टी विटामिन कई दिनों से मरीजों को नहीं मिल रही हैं। अस्पताल के ओपीडी में इलाज के लिए आनेवाले मरीजों को ये दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। पीएमसीएच में जरूरी दवाएं भी मरीजों को नहीं मिल रहीं। डेंगू सहित सर्दी-बुखार की दवाओं से लेकर पेनकिलर, कैल्शियम, मल्टी विटामिन आदि का स्टॉक खत्म हो चुका है। ओपीडी में एंटीबायोटिक दवाएं भी खत्म हो चुकी हैं, इमरजेंसी वार्ड में भी एक-दो दिनों में एंटीबायोटिक खत्म हो जायेगी।

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