स्वास्थ्य विभाग की टीम की छापेमार करवाई, क्लीनिक बंद कर भागे झोलाछाप डॉक्टर

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। बता दें कि झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर चले गए। डीएम रमेश रंजन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को डीडीओ अवधेश सिंह यादव एवं सीएचसी प्रभारी के नेतृत्व में कस्बा में अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों पर छापेमार कार्रवाई की।

सहपऊ। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। बता दें कि झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर चले गए। डीएम रमेश रंजन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को डीडीओ अवधेश सिंह यादव एवं सीएचसी प्रभारी के नेतृत्व में कस्बा में अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों पर छापेमार कार्रवाई की। टीम के आने से पहले ही कस्बे के सभी झोलाछाप डॉक्टर अपनी क्लीनिक, मेडिकल स्टोर व पैथोलॉजी बंद कर फरार हो गए। जो क्लीनिक खुले मिले उन्हें नोटिस दिया गया।

डीडीओ अवधेश सिंह यादव का कहना है कि कस्बे तीन क्लीनिक खुले मिले थे लेकिन वहां इलाज करने के लिए कोई डॉक्टर नहीं था। उन तीन क्लीनिक संचालकों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी। सीएचसी प्रभारी डॉ. प्रकाश मोहन का कहना है कि डीएम के निर्देशानुसार कस्बा में चल रहे क्लीनिकों का औचक निरीक्षण किया गया है। उनमें जो कमियां मिली हैं उनकी रिपोर्ट डीएम एवं सीएमओं को प्रेषित कर दी गई है। निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इस दौरान, स्वास्थ्य विभाग की टीम की मरीजों के परिजनों से नोकझोंक भी हुई। इसे लेकर टीम की मरीजों के अभिभावकों से नोंकझोंक भी हुई। उनका कहना था कि सीएचसी पर सभी मरीजों को एक जैसी दवा दी जाती है। सरकारी अस्पतालों में कोई सुविधा नहीं है, आखिर वह मरीजों को दिखाने कहां ले जाए? मेडिकल स्टोर एवं अवैध क्लीनिकों के बंद होते ही सीएचसी पर पर्ची बनवाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कस्बा एवं जलेसर रोड मानिकपुर में झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक, मेडिकल स्टोर व पैथोलॉजी लैब के खिलाफ अभियान चलाया। कार्रवाई की डर से सभी क्लीनिक व मेडिकल स्टोर संचालक अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर भाग गए। इससे मरीजों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ी।

 

 

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