पीजीआई में वर्कशॉप: रिसर्च और इलाज में एथिक्स पर जोर

रोहतक
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में कैपेसिटी बिल्ंिडग वर्कशाप फॉर एथिक्स कमेटी विषय पर इंस्टीट्यूशनल एथिकल कमेटी के लिए वर्कशॉप आयोजित की गई, जिसमें एम्स और यूसीएमएस नई दिल्ली के चिकित्सकों ने भी हिस्सा लिया। विशेषज्ञों ने रिसर्च और इलाज में एथिक्स पर जोर दिया।
वर्कशॉप का शुभारंभ करते हुए डॉ.ओ.पी.कालरा ने उम्मीद जताई कि इस वर्कशाप से संस्थान के डॉक्टरों को काफी कुछ नया सिखने को मिलेगा। वह चाहते हैं कि कमेटी के सदस्य भी अपने सुझाव दें ताकि मेडिकल एथिकस मे नवीन मुकाम हासिल किया जा सके और सफल चिकित्सा शिक्षा के शिखर को छूआ जा सके। वर्कशॉप में एम्स के फिजियोलोजी विभाग से आए डॉ. नलिन मेहता, यूसीएमएस नई दिल्ली के डॉ. आशीष गोयल एवं डॉ. एम.सी.गुप्ता ने चिकित्सा एवं शोध संबंधी जानकारियां साझा की। वर्कशाप की आयोजन सचिव डॉ. सविता वर्मा ने मरीज के उपचार के दौरान उसकी बीमारी और इलाज के बारे मे पूरी जानकारी देने की बात कही, सर्जिकल आप्रेशन के दौरान होने वाली प्रक्रिया के बारे में जानकारी देने पर विशेषरूप से पैरवी हुई। आप्रेशन से पहले मरीज या उसके परिजन की सहमति होने की भी बात भी प्रमुखता से रखी गई। वर्कशॉप में बताया गया कि रिसर्च में एथिक्स की क्या भूमिका है। इस मौके पर उपकुलपति डॉ.वी.के.जैन, कुलसचिव डॉ. एच.के.अग्रवाल, निदेशक डॉ. राकेश तिवारी, प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी, डीन छात्र कल्याण डॉ.एम.सी.गुप्ता, डीन डॉ.के.बी.गुप्ता सहित दर्जनों डॉक्टर उपस्थित रहे।
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