नशीली और प्रतिबंधित दवाओं का हब बना मुजफ्फरनगर

प्रतिबंधित दवा
दवा

मुजफ्फरनगर : जिले का नाम एक बार फिर से नशीली और प्रतिबंधित दवाओं के कारोबार से जुड़ा है. दूसरे राज्यों में प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा पकड़ा जाने पर इसकी कड़ियां कई बार मुजफ्फरपुर से जुड़ चुकी हैं.

तीन दिन पूर्व नारकोटिक्स विभाग ने जिला परिषद मार्केट में दो दवा कारोबारियों को प्रतिबंधित दवाएं सप्लाई करने पर नोटिस दी थी, जिससे दो महीना पूर्व डीएम के आदेश पर जिला परिषद मार्केट के एक दवा कारोबारी की एजेंसी से 17 लाख रुपये से अधिक की एक्सपायरी दवाएं जब्त की थी.

ड्रग विभाग के साथ नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी भी कई बार जांच के बाद करोबारियों को तलब कर चुके हैं. यहां व्यापारियों के घरों से भी बड़ी मात्रा में नकली और एक्सपायरी दवाएं बरामद हो चुकी हैं.

यहां के कुछ दवा कारोबारी यूपी से लेकर हरियाणा कर दवाओं की सप्लाई करते हैं. इनमें नशीली और प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई अधिक मात्रा में होती है.

सूत्रों का कहना है कि अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में दवा कारोबारी अन्य राज्यों में प्रतिबंधित दवाएं सप्लाई करते हैं. अन्य जिलों की ड्रग विभाग की जांच के दौरान दवाएं पकड़ी जाने पर लिक मुजफ्फरनगर से निकलते हैं.

हापुड़ जनपद का चार्ज ड्रग इंस्पेक्टर लवकुश प्रसाद के पास है इसके साथ ही उनके पास मुजफ्फरनगर का भी चार्ज है. इस मामले में उन्होंने कहा कि पुराने माल की बिक्री में जिले का लिकअप निकल रहा है. कई मेडिकल एजेंसियों के बिल और बाउचर की जांच चल रही है, जिन पर कार्रवाई भी होगी.

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