स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल यूनिट कसेगी दवाओं के अवैध कारोबार पर शिकंजा

medical store
320 रु. के इंजेक्शन का मूल्य 2150, 5 की टैबलेट पर 15 रु. प्रिंट

हिमाचल प्रदेश : फर्जी बिलिंग के जरिए एनडीपीएस दवाओं के अवैध कारोबार की जांच में जुटी स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल यूनिट अब हिमाचल सहित पड़ोसी राज्यों में आरोपियों द्वारा मेडिकल स्टोर व थोक विक्रेता को की गईं आपूर्तिं की पड़ताल में जुट गई है.

अब पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण के सहयोग से छानबीन को आगे बढ़ाने की कवायद चल रही है.

100 करोड़ रुपए की मादक और साइकोट्रॅपिक दवाओं की अवैध बिक्री के इस मामले में एसएनसीसीयू ने राज्य दवा नियंत्रण प्रशासन से जांच करने का अनुरोध किया है.

प्रदेश में आठ हजार से ज्यादा खुदरा और थोक केमिस्ट की दुकानें हैं, जिनमें जैनेट से हुए कारोबार को खंगाला जाएगा.

जांच में कहा गया है कि राज्य के किस खुदरा व थोक केमिस्ट की दुकानों में जैनेट फार्मास्युटिकल्स से दवाओं आपूर्ति की गई थी, इसका भी पता लगाया जाए, ताकि अवैध बिक्री के नेटवर्क का पता चल सके.

बता दें कि पहले के जांच में सामने आया है कि मादक और साइकोट्रॉपिक दवाओं की अवैध बिक्री के मामले में घिरी जैनेट फार्मास्युटिकल्स द्वारा तीन-चार नशीले और साइकोट्रॉपिक दवाओं का बड़े पैमाने पर कारोबार कर रही थी.

 

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